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एजुकेशन
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को राज्य परिषद में घोषणा की कि सरकार महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की सभी प्रतियोगी परीक्षाएं मराठी में आयोजित करने की योजना बना रही है.
तमिलनाडु में चल रहे भाषा विवाद के बीच अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने नया ऐलान कर दिया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को राज्य परिषद में घोषणा की कि सरकार महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग (एमपीएससी) की सभी प्रतियोगी परीक्षाएं मराठी में आयोजित करने की योजना बना रही है. शिवसेना विधायक मिलिंद नार्वेकर के राज्य में इंजीनियरिंग और कृषि में टेक्निकल पदों के लिए परीक्षाएं मराठी में आयोजित नहीं किए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि इंजीनियरिंग की किताबें मराठी में उपलब्ध नहीं हैं इसलिए ये परीक्षाएं अंग्रेजी में आयोजित की जाती रही हैं.
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उन्होंने कहा, 'लेकिन अब मराठी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की अनुमति दे दी गई है इसलिए अब इस कोर्स की किताबें मराठी में उपलब्ध होंगी. इसी के मुताबिक सरकार ने इंजीनियरिंग परीक्षाओं का पाठ्यक्रम मराठी में तैयार करने और सभी टेक्निकल पदो के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं मराठी में आयोजित करने की योजना बनाई है.' फडणवीस ने कहा कि सरकार के इस फैसले से उन स्टूडेंट्स को फायदा होगा जो भाषा की बाधा की वजह से एमपीएससी की परीक्षा में दिक्कतों का सामना करते हैं.
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बता दें देश में भाषा पर विवाद लंबे समय से होता आ रहा है. तमिलनाडु की सरकार ने बजट के दौरान ‘₹’ का सिंबल हटाते हुए उसे ‘ரூ’ सिंबल से बदल दिया है जिसने देशभर में नई चर्चा को जन्म दे दिया है. तमिलनाडु देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने अपना अलग रुपये का सिंबल जारी किया है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने के बाद से ही तमिलनाडु के सीएम स्टालिन केंद्र की मोदी सरकार पर गैर हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी थोपने का आरोप लगा रहे हैं.
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