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UNSC की अध्यक्षता पाकिस्तान को मिली है, जो जुलाई में दो अहम कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा.पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद इस दौरान परिषद की सभी बैठकों का नेतृत्व करेंगे.
UNSC Presidency: जुलाई 2025 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की अध्यक्षता पाकिस्तान को मिली है. यह जिम्मेदारी उसे उसकी दो साल की गैर-स्थायी सदस्यता के दौरान मिली है. आपको बता दें, यह अध्यक्षता हर महीने बदलती है और इस बार यह क्रम पाकिस्तान को मिल है. पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि असीम इफ्तिखार अहमद इस दौरान परिषद की सभी बैठकों का नेतृत्व करेंगे.
पाकिस्तान ने कहा है कि वह यह भूमिका 'दृढ़ संकल्प, विनम्रता और उद्देश्य' के साथ निभाएगा. उसका कहना है कि वह शांति, कूटनीति और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को आगे बढ़ाने पर ध्यान देगा. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भी एक बयान में कहा है कि वह संयुक्त राष्ट्र के सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय कानून को ध्यान में रखकर काम करेगा.
हालांकि, कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा था कि क्या भारत के लिए इससे कोई खतरा हो सकता है? हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया था. इसके अलावा, सिंधु जल संधि पर भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शिकायतें करना शुरू कर दिया है. विशेषज्ञों का मानना है कि, पाकिस्तान इस एक महीने की अध्यक्षता का इस्तेमाल भारत के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कर सकता है. खासकर उन मुद्दों पर, जिनमें वह भारत को दोषी ठहराने की कोशिश करता रहा है.
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान इन मौकों पर भारत को घेरने की कोशिश कर सकता है. हालांकि, भारत भी अपनी बात अंतरराष्ट्रीय मंचों पर साफ और मजबूती से रखने में पीछे नहीं रहता. ऐसे में जुलाई महीने की अध्यक्षता को लेकर सभी की नजरें UNSC की गतिविधियों पर बनी हुई हैं.
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