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धर्म
Surya Arghya Niyam:छठ में सूर्य देव को अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए लेकिन उससे पहले जल देने के नियम जरूर जान लें.
डीएनए हिंदी: चार दिनों तक चलने वाला छठ महापर्व नहाय खाय के साथ आज यानी 28 अक्टूबर 2022 से शुरू हो चुका है. इस दौरान अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देने की तैयारी भी शुरू हो चुकी हैं. छठ पूजा के अंतिम दिन उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जिसके साथ ही छठ पूजा का समापन होता है.
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय सूर्य मंत्र (Chhath Puja Surya Arghya Mantra) का जाप अवश्य करें. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन मंत्रों के उच्चारण से सूर्य देव के साथ साथ छठी मैय्या भी प्रसन्न होती हैं. कहा जाता है इन मंत्रों का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चलिए जानते हैं मंत्र और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने की सही विधि...
सूर्य देव को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का करें जाप
ऊँ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते।
अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:।।
ऊँ सूर्याय नम: ऊँ आदित्याय नम:
ऊँ नमो भास्कराय नम:। अर्घ्य समर्पयामि।
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सूर्य को जल चढ़ाने का सही तरीका क्या है?
सूर्य को जल देते समय आपका मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. जल में रोली या फिर लाल चंदन का प्रयोग करें. इसके अलावा लाल फूल भी सूर्य देव को अर्पित करना शुभ माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि रोजाना सूर्य को जल चढ़ाने से सूर्य देव का प्रभाव शरीर में भी बढ़ता है. ध्यान रहे जल देते हुए इसके छींटे पैर पर न पड़ें.
सुबह इन मंत्रों का करें उच्चारण
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो लोग सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करते हैं, उन्हें सूर्योदय से पहले बिस्तर त्याग देना चाहिए. इस दौरान सूर्य देव का दर्शन करते समय ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ भास्कराय नम: इन मंत्रों का जाप जरूर करें.
इन बातों का रखें खास ध्यान
सूर्य को जल चढ़ाने के लिए तांबे के लोटे का इस्तेमाल करना चाहिए. अर्घ्य अर्पित करते समय सूर्य देव को सीधे न देखें गिरते जल की धारा में ही सूर्यदेव का दर्शन करें. अगर आपकी कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में नहीं है तो सूर्य देव को इस दौरान अर्घ्य जरूर अर्पित करें इससे दोष दूर होगा, साथ ही सूर्य देव की कृपा से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है.
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शिक्षा में सफलता के लिए करें यह उपाय
अगर आप का मन पढ़ाई में नहीं लगता है तो सूर्यदेव को गुरु मानकर उनकी उपासना करें. इसके अलावा तांबे से बनी सूर्य देव की प्रतिमा घर में रखें और प्रतिदिन दर्शन कर प्रणाम करें इससे आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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