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धर्म
ऋतु सिंह | Aug 03, 2025, 08:21 AM IST
1.वाहनों पर देवताओं की तस्वीरें क्यों लगाते हैं लोग
जब हम कोई नई या महंगी वस्तु खरीदते हैं, चाहे वह कार हो, बाइक हो, फ्रिज हो, एसी हो या कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, तो घर में खुशी का माहौल बन जाता है. ऐसे समय में हम उस वस्तु की सुरक्षा और उसे अपने लिए शुभ बनाने के लिए कुछ धार्मिक या पारंपरिक उपाय करते हैं. ये बातें भारत या हिंदू धर्म में आम हैं. आपने अपने आस-पास कई ऐसी कारें देखी होंगी जिन पर देवताओं की तस्वीरें बनी होती हैं.
2. क्या यह सब करना सही है?
लेकिन, सवाल यह है कि क्या यह सब करना सही है? क्या इसके लिए कोई धार्मिक नियम या निषेध हैं? या क्या ऐसा करना वाकई फायदेमंद है या इसका उल्टा असर भी हो सकता है? खासकर, क्या कार पर सीधे भगवान का नाम लिखना सही है? आइए इस विषय पर विस्तार से जानें.
3.गाड़ी पर स्वस्तिक और शुभ चिन्ह लिखने का महत्व
किसी नई गाड़ी या वस्तु पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाकर "शुभ-लाभ" लिखना शुभ माना जाता है. यह सिर्फ़ परंपरा का हिस्सा नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है. प्राचीन काल से ही स्वस्तिक को शुभता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता रहा है. इसलिए, जब हम इस चिन्ह को गाड़ी पर लगाते हैं, तो हमारे मन में सकारात्मकता और आत्मविश्वास भी बढ़ता है. लेकिन...
4.कार के बाहर देवताओं की तस्वीर या नाम लगाने से पहले जान ले...
अपनी कार में भगवान की तस्वीर रखना एक अच्छा विचार है लेकिन आप अंदर इन तस्वीर या पवित्र चिन्ह को लगा सकते हैं. कार के बहारी हिस्से में भगवान की तस्वीर, नाम या शुभ चिन्ह लगाने से बचें. ऐसा इसलिए क्योंकि बाहर लगी तस्वीर की पवित्रता इससे बाधित होती है. कोई किस नजर, हाथ या मनोदशा से तस्वीर को छूता या देखता है इससे देवता की पवित्रता नष्ट होती है. इस लिहाज से कार के बाहरी एरिया में तस्वीर या नाम और शुभ चिन्ह लगाना वर्जित है.
5.कार के अंदर लगा सकते हैं भगवान की तस्वीर?
कार के अंदर आप भगवान की तस्वीर, नाम या शुभ चिन्ह को लगा सकते हैं. इससे न केवल आपको सुरक्षा का एहसास होता है, बल्कि यह भी एहसास होता है कि यात्रा के दौरान ईश्वर का आशीर्वाद आपके साथ है. कई लोग अपनी कार स्टार्ट करने से पहले हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं या स्टीयरिंग व्हील छूकर नमस्कार करते हैं. यह आस्था और भक्ति से जुड़ा है, और इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
6.हमें अपनी कारों पर भगवान का नाम क्यों नहीं लिखना चाहिए?
कार के बाहरी एरिया मं भगवान का नाम (जैसे राम, कृष्ण, शिव, राधा) लिखना उचित नहीं है. क्योंकि गाड़ी चलाते समय धूल, कीचड़ और पानी से नाम खराब हो जाता है. इसके अलावा, लोगों के पैर गाड़ी पर लिखे नाम को छू सकते हैं, जिससे भगवान के नाम का अनादर होता है. इसलिए, संतों और महापुरुषों ने भी कहा है कि गाड़ी पर भगवान का नाम नहीं लिखना चाहिए.
7.क्या में क्या लिखवा सकते हैं?
नई कार या वस्तु की पूजा करना शुभ माना जाता है.स्वस्तिक चिन्ह पूजा के समय बनवा सकते हैं और "सौभाग्य" लिखना उचित और पारंपरिक है.कार को साफ़ रखना चाहिए, क्योंकि यह न केवल सुरक्षा के लिए बल्कि परमेश्वर की छवि के सम्मान को बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण है.
(डिस्क्लेमर- ये खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. अधिक जानकारी के लिए एस्ट्रोलॉजर से संपर्क करें )
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