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लाइफस्टाइल
कुलदीप पंवार | May 28, 2025, 10:26 AM IST
1.पीएम मोदी ने शुरू कराया है मोटापे के खिलाफ अभियान
दुनियाभर में मोटापे के खिलाफ अभियान चल रहे हैं. भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके लिए 10 फीसदी खाने के तेल की खपत कम करने की अपील भी की है. लेकिन दुनिया में ऐसे भी देश है, जहां मोटी तोंद और भारी शरीर को अमीरी की निशानी माना जाता है. खासतौर पर कई अफ्रीकी देशों में मोटा होना अच्छा माना जाता है.
2.युगांडा में मोटे आदमी को मिलता है आसानी से लोन
युगांडा में मोटे आदमी को अमीर माना जाता है. वहां कर्ज देने से पहले बैंक भी यह देखते हैं कि आवेदक कितना मोटा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वहां लोन एप्लिकेशन में भी आदमी का वजन दर्ज किया जाता है. मान्यता है कि जितना ज्यादा मोटा आदमी होगा, उसके पास उतना ही पैसा ज्यादा आएगा और वह कर्ज आसानी से चुका पाएगा.
3.केन्या में मोटापे वाले को माना जाता है बड़ा आदमी
केन्या में मोटापा बहुत अच्छा माना जाता है. यहां मोटे लोगों को मुकुबवा कहकर पुकारा जाता है, जिसका स्वाहिली भाषा में मतलब बड़ा आदमी होता है. इसका नतीजा ये है कि वहां लोग अपनी तोंद निकालने का कोई मौका नहीं छोड़ते. भले ही इसके चलते उनकी जान पर ही क्यों ना बन आए.
4.केन्या में लोग अमीर दिखने के लिए बढ़ा रहे मोटापा
केन्या में लोग खुद को रईस दिखाने के लिए भी मोटापा बढ़ाने लगे हैं. पैसा आते ही वे अपना वजन बढ़ाना शुरू कर देते हैं ताकि लोगों को खुद पता लग जाए कि वे अमीर हो गए हैं. हालांकि इसके चक्कर में लोग बीमारी के भी शिकार होते जा रहे हैं. केन्या के स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल देश में होने वाली कुल मौत में 39 फीसदी के पीछे मोटापा ही एक कारण है.
5.केन्या में एकतरफ भुखमरी, दूसरी तरफ वजन बढ़ा रहे लोग
वर्ल्ड ओबेसिटी एटलस के हिसाब से केन्या में 13 फीसदी आबादी मोटापे की शिकार है. यह हालात तब हैं, जब केन्या की एक तिहाई आबादी भुखमरी से जूझ रही है और उनके पास एक वक्त के खाने की भी व्यवस्था नहीं है. इसके चलते रईसी दिखाने के लिए वजन बढ़ाने वालों की आलोचना करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है.
6.अब मोटापे के खिलाफ चल रहे इन देशों में भी अभियान
कई अफ्रीकी देशों में नई पीढ़ी मोटापे को अमीरी की निशानी मानने की मान्यता के खिलाफ अपील करने लगी है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजनीति में आने वाले युवा इस मिथक को दूर करने के लिए काम कर रहे हैं. नैरोबी और मोंबासा जैसे देशों में तो खासतौर पर जनता को जागरूक किया जा रहा है.
7.केन्या में खुद राष्ट्रपति ने कम की है अपनी तोंद
केन्या के राष्ट्रपति विलियम रूटो ने भी जनता से फिट रहने की अपील की है. खुद अपना वजन कम करने वाले रूटो ने देश की संसद में भी कहा कि अच्छा काम करने के लिए फिट रहना बहुत जरूरी है. मोटापे के खिलाफ जागरूकता अभियानों का असर भी दिख रहा है. इसके चलते अब केन्या में जिम करने वालों की संख्या बढ़ी है. साथ ही वेट लॉस मेडिसिन्स और सर्जरी भी पॉपुलर होने लगी हैं.