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अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए

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अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए

जीजेईपीसी इंडिया और बॉलीवुड स्टार अनिल कपूर ने एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर को 75 लाख रुपये का डोनेशन दिया है.

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अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए

अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपये 
 

बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर ने भी इस अवसर पर अपनी दरियादिली दिखाई और आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर को 75 लाख रुपये का दान दिया. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर को दुनिया के सबसे बड़े मुफ्त जनरल मेडिकल कैंप के लिए वर्ष का बेस्ट एनजीओ चुना गया. 31 जुलाई 2025 को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में  जीजेईपीसी के अध्यक्ष किरीट भंसाली, वॉयस चेयरमैन शौनक पारीख और पूर्व पुलिस कमिश्नर मुंबई विवेक फणसालकर सहित अन्य गणमान्य हस्तियों ने संस्था को 75 लाख रुपये का चेक सौंपा. यह पुरस्कार आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर की समर्पित सेवाओं और मेडिकल कैंप के आयोजन के लिए दिया गया.

बता दें कि आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने पूरे भारत में 27,000 से अधिक चिकित्सा शिविर आयोजित किए हैं और अपने मोबाइल मेडिकल वैन नेटवर्क के माध्यम से वंचित क्षेत्रों में लाखों लोगों को देखभाल प्रदान की है. संस्था एचआईवी/एड्स जागरूकता, रोकथाम, उपचार, टीबी नियंत्रण और कैंसर जांच में शामिल है. टीबी के मरीजों को न्यूट्रिशन किट दिया जाता है.लगातार बड़े मेडिकल कैम्प लगाये जा रहे हैं जिसमें लाखों लोग लाभ लेते हैं. फ्री हेल्थ चेकअप, फ्री आँखों की जांच, मुफ्त सभी प्रकार की दवाइयां और मुफ्त चश्मे का वितरण किया जाता है. इसके अलावा हजारों व्हील चेयर बांटी जाती है. मेडिकल कैंप मे सैकड़ों डॉक्टर्स अपना योगदान देते हैं. टीबी के मरीजों को न्यूट्रिशन किट दिया जाता है. 

आर के एचआइवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस मिशन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं कि देश को टीबी मुक्त बनाना है. डॉ धर्मेंद्र कुमार के नेतृत्व में समस्त भारत मे शिविर कराए जा रहे हैं.  

आर के एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया है. यह संस्था सबसे अधिक मेडिकल कैंप आयोजित करने के लिए जानी जाती है और करोड़ों लोगों को लाभान्वित कर चुकी है. संस्था ने गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार में चिकित्सा शिविर, स्वास्थ्य जांच और दवा वितरण के माध्यम से लोगों की सेवा की है. इसके प्रयासों से लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिला है और उन्हें जागरूक किया गया है.

आरके एचआईवी एवं एड्स रिसर्च एवं केयर सेंटर की स्थापना 2004 में मुंबई में हुई थी. यह एक राष्ट्रीय एनजीओ है जो एचआईवी/एड्स जागरूकता, रोकथाम, उपचार, टीबी नियंत्रण और कैंसर जांच में सक्रिय है. संस्था ने पूरे भारत में 27,000 से अधिक चिकित्सा शिविर आयोजित किए हैं और मोबाइल मेडिकल वैन के माध्यम से लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की हैं. इसके प्रयासों से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हाशिए पर रहने वाली आबादी को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिली हैं और उन्हें जागरूक किया गया है.

आरके एचआईवी एड्स रिसर्च एंड केयर सेंटर ने पिछले दो दशकों में लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. संस्था ने 6 करोड़ से अधिक लाभार्थियों तक पहुँच बनाई है और मुफ़्त दवाओं के माध्यम से ₹1,500 करोड़ से अधिक मूल्य के लाभ वितरित किए हैं. संस्था ने 1.5 करोड़ से अधिक जोड़ी चश्मे, 34 लाख से अधिक व्हीलचेयर वितरित की हैं और 1.2 करोड़ से अधिक टीबी निदान परीक्षण किए हैं. संस्था ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच बढ़ाने के लिए कई राज्य सरकारों के साथ सहयोग किया है और मोबाइल चिकित्सा इकाइयों का संचालन करती है.

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