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भारत
इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी मर्डर केस में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है, जिसमें बुधवार को सोनम रघुवंशी और चारों आरोपियों की कोर्ट में पेशी से पहले कई बड़े घटनाक्रम सामने आने की संभावना है.
राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच अब एक निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है. बुधवार का दिन इस केस में बेहद अहम माना जा रहा है. मर्डर केस की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी और चारों गिरफ्तार शूटरों को शिलांग की अदालत में पेश किया जाएगा. कोर्ट में पेश करने से पहले सभी आरोपियों का मेडिकल परीक्षण करवाया जाएगा, जो प्रक्रिया का जरूरी हिस्सा है. बुधवार को होने वाली कोर्ट पेशी और रिमांड की प्रक्रिया से केस में और भी अहम खुलासे होने की उम्मीद है.
माना जा रहा है कि पुलिस कोर्ट से इन सभी की कस्टडी रिमांड मांगेगी ताकि गहराई से पूछताछ की जा सके. सूत्रों के अनुसार, तीनों सुपारी किलर्स ने इंदौर क्राइम ब्रांच के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. अब सोनम से पूछताछ की जिम्मेदारी एसआईटी को सौंपी गई है, जबकि बाकी शूटरों से शिलांग पुलिस की अलग-अलग टीमें पूछताछ करेंगी. इन टीमों में दो एसपी रैंक के अधिकारी, एक महिला अफसर और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे.
इस केस में पुलिस को कई अहम सबूत मिले हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच अभी जारी है. सबसे पहले गिरफ्तारी आकाश राजपूत की हुई थी, जिसके बाद पूरे केस की परतें धीरे-धीरे खुलने लगीं. जैसे ही राज कुशवाहा को आकाश की गिरफ्तारी की जानकारी मिली, उसने तुरंत सोनम को सतर्क कर दिया. उन्हें अंदेशा था कि अब पुलिस उनकी ओर भी रुख करेगी.
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मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद दोनों ने एक नई योजना बनाई. इसी योजना के तहत सोनम अचानक 9 जून की रात गाजीपुर पहुंची और अपने भाई को फोन कर खुद के जिंदा होने की बात बताई. उसने यह भी दावा किया कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था, हालांकि पुलिस इस कहानी को संदिग्ध मान रही है. इस हाई-प्रोफाइल केस की निगरानी खुद मेघालय के डीजीपी कर रहे हैं और हर गतिविधि की रिपोर्ट उन्हें भेजी जा रही है.
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