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सेहत
Scoliosis Symptoms: स्कोलियोसिस (Scoliosis) रीढ़ की हड्डी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, जिसमें रीढ़ की हड्डी सामान्य सीधी रेखा में होने की बजाय एक तरफ या 'S' या 'C' आकार मुडने लगती है. आइए जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय...
स्कोलियोसिस (Scoliosis) रीढ़ की हड्डी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है, इस बीमारी में उम्र के साथ रीढ़ की हड्डी सामान्य सीधी रेखा में होने की बजाय एक तरफ या 'S' या 'C' आकार मुडने लगती है. यह मुड़ाव अक्सर शरीर के एक तरफा झुकने का कारण बन जाता है. यह समस्या आमतौर पर 40 साल की उम्र के बाद ज्यादा देखने को मिलती है. इस बीमारी के कारण लोगों को काफ़ी दर्द का सामना करना (Spinal Disease) पड़ता है. ऐसे में आइए जान लेते हैं क्या है इस बीमारी के लक्षण और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है.
भीषण दर्द होना- इस स्थिति में रीढ़ की हड्डी में मुड़ाव के कारण गंभीर पीठ दर्द या कमर दर्द होता है.
चलने-फिरने में दिक्कत: रीढ़ की हड्डी के असामान्य आकार के कारण चलने-फिरने में कठिनाई और गतिशीलता में कमी आ सकती है.
संतुलन बनाने में समस्या: इसके अलावा इसके कारण शरीर का संतुलन बनाए रखने में दिक्कत हो जाती है, इससे गिरने का खतरा बढ़ सकता है.
शरीर का झुकाव: रीढ़ की हड्डी के मुड़ने के कारण शरीर का एक तरफ झुकना (यह एक प्रमुख दृश्य लक्षण है) होता है.
हर सुबह करें स्ट्रेचिंग
दर्द से राहत पाने के लिए रोज सुबह स्ट्रेचिंग करना पहला और सबसे जरूरी कदम है, इसके लिए सीधे खड़े होकर हाथों को ऊपर उठाएं और फिर शरीर को एक तरफ झुकाकर थोड़ी देर रुकें, इसके बाद फिर यही प्रक्रिया दूसरी ओर दोहराएं. इसके अलावा दोनों हाथों की उंगलियों को कंधों के पीछे एक-दूसरे में फंसाकर स्ट्रेच करने से भी काफ़ी आराम मिलता है.
शरीर को रखें गर्म
इसके अलावा इससे राहत पाने के लिए अपने कमरे का तापमान सही बनाए रखें, इस स्थिति में सर्दी में बाहर निकलते समय गर्म कपड़े ठीक से पहनें, क्योंकि जरा सी भी लापरवाही दर्द को बढ़ा सकती है.
खानपान रखें सही
इस स्थिति में अक्सर मरीजों को अक्सर स्पाइनल इन्फ्लेमेशन (रीढ़ की हड्डी में सूजन) की समस्या होती है. ऐसे में आहार ऐसा लें जिससे इन्फ्लेमेशन न हो. इसके लिए डाइट में फल, सब्ज़ियां, गुड फैट, बादाम और अन्य ड्राई फ्रूट्स शामिल करें.
इसके अलावा मेथी और दालचीनी का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है. साथ ही ध्यान रखें इस स्थिति में चीनी, रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट, प्रोसेस्ड मीट, ट्रांस फैट और अल्कोहल से परहेज करें.
(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.)
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