Twitter
Advertisement

जानिए वो ट्रिक्स जिनसे सोशल मीडिया पर छा जाएगा आपका कंटेंट

Saina Nehwal: तलाक के महज 19 दिन बाद फिर एक हुए साइना नेहवाल और उनके पती, सोशल मीडिया पोस्ट से मचा हड़कंप

न डेस्क, न मीटिंग, ये 'महाराज' सिर्फ किचन से कर रहा है घंटों में लाखों की कमाई, वायरल पोस्ट ने उड़ाए लोगों के होश

Rashifal 03 August 2025: सेहत से लेकर संबंध तक, आज कैसा रहेगा आपका दिन? पढ़ें अपना राशिफल

अलविदा कहते हुए निभाया दोस्ती का वादा, वजह जान हो गया हर कोई भावुक अंतिम यात्रा में डांस का Video Viral

वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज को सोशल मीडिया पर मिली जान से मारने की धमकी, फेसबुक पोस्ट से मचा बवाल

नौकरी की सैलरी से नहीं हो रही है बचत, तो शुरू करें ये 5 पार्टटाइम बिजनेस; हो जाएंगे मालामाल

अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए

LIC की इस स्कीम से हर महीने कर सकते हैं 7000 रूपया की कमाई, यहां देखें सभी डिटेल

Yashasvi Jaiswal Century: ओवल में यशस्वी जायसवाल ने लगाया शतक, इन रिकॉर्ड्स को किया अपने नाम

DU: दिल्ली यूनिवर्सिटी के कोर्स से हटी मनुस्मृति, VC ने बताई बड़ी वजह

DU llb manusmriti controversy: दिल्ली यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत संस्कृत पाठ्यक्रम में सुझाए गए 'मनुस्मृति' अध्याय को हटाने का निर्णय लिया है. इस फैसले को लेकर कुलपति ने स्पष्ट किया कि छात्रों की भावनाओं का सम्मान जरूरी है.

Latest News
DU: दिल्ली यूनिवर्सिटी के कोर्स से हटी मनुस्मृति, VC ने बताई बड़ी वजह

DU llb manusmriti controversy: दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) ने हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया है, जो सीधे तौर पर छात्रों, शिक्षकों और समाज के बीच सामंजस्य बनाए रखने की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम माना जा रहा है. डीयू प्रशासन ने यह साफ कर दिया है कि अब विश्वविद्यालय के किसी भी पाठ्यक्रम में 'मनुस्मृति' नहीं पढ़ाई जाएगी. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत संस्कृत के फोर-क्रेडिट कोर्स 'धर्मशास्त्र के सिलेबस' में इसे शामिल करने का सुझाव दिया गया था. 

डीयू को आलोचना का सामना करना पड़ा

मनुस्मृति को लेकर जाति और महिलाओं पर विवादित टिप्पणियों की वजह से पहले भी डीयू को आलोचना का सामना करना पड़ा था. अब कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए इस अध्याय को पूरी तरह हटाने की जानकारी दी है. डीयू के संस्कृत विभाग द्वारा तैयार किए गए 'धर्मशास्त्र' कोर्स में मनुस्मृति को 'अनुशंसित सामग्री' के रूप में शामिल किया गया था. इस पर छात्रों और शिक्षकों ने अपना कड़ा विरोध जताया था. 


यह भी पढ़ें: भारत के इन 5 राज्यों में रहते हैं तेज दिमाग वाले लोग, जानें कितना है IQ लेवल


मनुस्मृति कोर्स का हिस्सा नहीं बनेगी

गौरतलब है कि, डीयू प्रशासन ने पिछले साल भी यह स्पष्ट किया था कि मनुस्मृति विश्वविद्यालय के किसी भी कोर्स का हिस्सा नहीं बनेगी. इस बार फिर से कुलपति ने दोहराया कि छात्रों की भावनाएं और सामाजिक समरसता हमारे लिए सर्वोपरि है संस्कृत विभाग को अब यदि मनुस्मृति से जुड़ा कोई भी कंटेंट पढ़ाना है, तो उसे बिल्कुल नए और संवेदनशील तरीके से डिजाइन करना होगा, ताकि किसी की भावनाएं आहत न हों.

अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकx,   इंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement