IPL 2025: संन्यास लेने के कुछ घंटों बाद Dwayne Bravo की वापसी, IPL में KKR से जुड़े
UP News: कांस्टेबल बनकर धमकाती थी महिला, सबके सामने खुल गई पोल, जानें पूरी बात
Dussehra 2024 Date: अक्टूबर माह में इस दिन है दशहरा, जानें तिथि, तारीख से लेकर पूजा विधि और महत्व
Healthy Diet: सफेद नहीं, डाइट में शामिल करें ये 3 तरह के चावल, सेहत को मिलेंगे ढेरों फायदे
UP News: बुलंदशहर में बाप-बेटे के रिश्ते पर सवाल, नाबालिग ने चाकू मारकर की पिता की हत्या
चंदेरी की साड़ियां क्यों हैं फेमस? श्री कृष्ण से जुड़ा है रहस्य
सुबह 5 बजे उठने से शरीर को मिलते हैं कमाल के फायदे, अपने डेली रूटीन में शामिल करें ये आदत
UP News: ताजमहल में बढ़ता जा रहा बंदरों का आतंक, भगाने के लिए हो रहा 'लंगूर' का प्रयोग
भारत की औसत उम्र में इजाफा, 24 से बढ़कर इतनी हुई आयु, जानें पूरी बात
Turmeric Water या हल्दी वाला दूध, क्या है सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद?
Hathras Crime News: अंधविश्वास ने ली मासूम की बलि, तरक्की के लिए बच्चे की जान ली
UP News: पत्नियों से परेशान पति पहुंचे मानवाधिकार आयोग, 22 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज
क्या प्यार में वाकई उड़ जाती है नींद? जानें ऐसा क्यों कहते हैं लोग और इसकी वजह
Lucknow News: रात में सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करनेवालों की अब खैर नहीं, चुकानी होगी मोटी रकम
OIC का कश्मीर पर विवादित बयान, भारत ने जताया कड़ा विरोध
Unhealthy lungs की निशानी हैं शरीर में दिखने वाले ये संकेत, भारी पड़ सकती है अनदेखी
खजूर ही नहीं इसके बीज भी हैं सेहत के लिए फायदेमंद, जानें कैसे करें सेवन
इन चीजों से बने बर्तन में पानी पीने से खत्म होंगे ग्रहदोष, मिलेगा पैसा और सुख
Devara के ओपनिंग डे पर JR NTR के फैंस को लगा जोर का झटका, मेकर्स ने कही दी बड़ी बात
पंजाब में चाइल्ड पोर्नोग्राफी रैकेट का पर्दाफाश, पुलिस ने एक को दबोचा, 54 अन्य जांच के घेरे में
Delhi: कमिश्नर और मेयर के हक की लड़ाई जारी, जानें चुनाव टलने के पीछे की बड़ी वजह
Make UP Tips: होठों को लालिमा देने वाली Lipstick में कहां से आता है रंग, जानें पूरी प्रक्रिया
'PM बनने के मिल चुके हैं कई ऑफर, पर नहीं मंजूर', नितिन गडकरी ने ऐसा क्यों कहा?
चर्बी कम करने के लिए रोजाना पिएं इस मसाले का पानी, तेजी से घटेगा वजन, जानें कैसे करें इस्तेमाल
Devara Review: लोगों की उम्मीदों पर खरी उतर पाई Jr NTR की फिल्म? जानें क्या कहती है पब्लिक
Swiggy और Zomato से चाहिए सबसे Fast Delivery? अपनाएं ये आसान Trick
सावधान! Genz वर्क प्रेशर से हो रही डिप्रेशन का शिकार, जानें क्या है इसका सबसे बड़ा कारण
Israel-Hezbollah Attacks: अमेरिका की युद्धविराम अपील खारिज, इजरायल-हिज्बुल्लाह में बढ़ा तनाव
क्या बैठे रहने से होने लगता है रीढ़ में दर्द? बचने के लिए आहार में शामिल करें 5 Vitamins
Kohli तोड़ेंगे Sachin Tendulkar का विराट रिकॉर्ड, बस इतने रनों से दूर
Toll Tax: जानिए क्या है टोल टैक्स, भारत में ये कैसे होता है लागू, ये रही पूरी जानकारी
शराबबंदी या मजाक! बिहार में जाम पर जाम लगाते नजर आए थानाध्यक्ष, वीडियो Viral
रात को वॉशरूम जाना बच्चे को पड़ा भारी, स्कूल ने दी ऐसी भयानक सजा, काट लिए मार्क्स
अक्सर परेशान करती है एसिडिटी की समस्या, तो इन 5 घरेलू ड्रिंक्स से तुरंत मिलेगा आराम
अमेरिका में फिर से हिंदू मंदिर पर साधा गया निशाना, न्यूयॉर्क के बाद अब California में बर्बरता
Health Tips: इन 4 बीमारियों में बिल्कुल भी न खाएं दही, स्लो पॉइजन की तरह करता है काम
MP Crime News: 5 साल की मासूम से दरिंदगी, गला दबाकर हत्या, पुलिस ने आरोपी सहित मां-बहन को दबोचा
Israel में बम बरसा रहे हमास-हिजबुल्लाह, फिर भी घायल भारतीय जवान को Airlift कर लाई Indian Army
बदलापुर एनकाउंटर: अक्षय शिंदे के सिर में कैसे मारी गोली? HC ने उठाए सवाल, परिजनों ने मांगी सुरक्षा
राहुल गांधी के खिलाफ BJP कार्यकर्ताओं का हल्लाबोल! पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोका
सरकार ने बनाई 24 संसदीय समितियां, PM Modi ने Rahul Gandhi को भी सौंपी ये बड़ी जिम्मेदारी
MCD स्टैंडिंग कमेटी चुनाव को लेकर टकराव, सिसोदिया बोले- ऐसी क्या आफत आ गई जो रात में...
IPL 2025: 'RCB ने कप्तान बनाने से किया इनकार,' Rishabh Pant बोले - सुधर जाओ!
'PM मोदी एक ही मेट्रो के उद्घाटन के लिए 6वीं बार पुणे आ रहे थे…, Supriya Sule ने कसा तंज
Hezbollah के ड्रोन कमांडर की मौत! इजरायल का दावा- बेरूत पर की बमों की बारिश
क्या हैं Param Rudra Super Computer, पीएम मोदी ने किए लॉन्च, जानें इसकी खासियत
Waqf Board Bill पर चल रही थी JPC बैठक, Shiv Sena और TMC सांसद भिड़े, फिर दोनों को मिली ऐसी सजा
यमुना एक्सप्रेसवे पर फिर महंगा हुआ सफर, जानिए कार, बस, ट्रकों को अब कितना देना होगा Toll Tax
SSC CHSL 2024 टियर 2 परीक्षा की तारीखों का ऐलान, यहां चेक करें शेड्यूल
Cholesterol Remedy: कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल कर देगी इस पेड़ की छाल, नसों से बाहर हो जाएगी सारी गंदगी
Uk की ओर से इस हिंदी फिल्म ने ली Oscar 2025 में एंट्री, Laapataa Ladies को देगी कड़ी टक्कर
रिया-टीना डाबी ही नहीं उनकी मां भी थीं UPSC टॉपर, बेटियों के लिए दी थी बड़ी 'कुर्बानी'
सालासार बालाजी के लिए भक्त का बड़ा योगदान, जानिए स्टांप पेपर पर क्या लिखकर दे दिया
पाकिस्तानी लड़की ने फोटोशूट के लिए अपनाई ऐसी ट्रिक कि आप भी कहेंगे तौबा-तौबा, देखें तस्वीरें
'मोदी बहुत ताकतवर हैं, लेकिन भगवान नहीं...', दिल्ली विधानसभा में BJP पर जमकर बरसे केजरीवाल
Swami Vivekananda Quotes: जीवन में उतार लेंगे स्वामी विवेकानंद के ये 5 विचार तो कदम चूमेगी सफलता
एक ही दिन में पलटी कांग्रेस, हिमाचल में नहीं होगा नेमप्लेट नियम लागू, समझें सरकार के यू-टर्न की वजह
इस OTT प्लेटफॉर्म पर देख सकेंगे Shraddha Kapoor-Rajkumar Rao की Stree 2, पूरी करनी होगी एक शर्त
शिवसेना नेता संजय राउत को कुछ ही घंटों में मिली बेल, कोर्ट ने 15 दिनों के लिए सुनाई थी जेल की सजा
Shakib Al Hasan Retirement: शाकिब अल हसन ने किया संन्यास का ऐलान, इस मैदान पर खेलेंगे आखिरी टेस्ट
Domestic Violence Act पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, सभी महिलाओं पर लागू होगा ये कानून
'जो आतंक फैलाएगा, उसे फांसी का तख्ता ही मिलेगा', अमित शाह का बड़ा बयान
पत्थरचट्टे के पत्तों में छिपा है इन 5 बीमारियों का इलाज, खाते ही दिखने लगेगा असर
CBFC ने जारी किया बयान, Kangana Ranaut की Emergency को इस शर्त पर मिलेगा सर्टिफिकेट
'संविधान बदलने की तैयारी में थी भाजपा', आरक्षण को लेकर चिदंबरम का BJP पर बड़ा आरोप
डीएनए एक्सप्लेनर
India China Arunachal Pradesh Issue: चीन अरुणाचल प्रदेश के इलाकों के चीनी नामकरण करने का काम पिछले कई साल से कर रहा है. इसके जरिये वह अरुणाचल पर अपना दावा मजबूत करना चाहता है. क्या है चीन की इस साजिश का DNA, जानिए इस रिपोर्ट में.
TRENDING NOW
India China Arunachal Pradesh Issue: क्या इमली का नाम आम रख देने से वो मीठी हो जाएगी? क्या शेर को गीदड़ कहना शुरू कर दो तो वो बदल जाएगा? क्या कौए का नाम बदलने से वो हंस बन जाएगा? इन सारे सवालों के लिए आप नहीं में ही जवाब देंगे, लेकिन चीन ऐसा नहीं समझता है. अपने पड़ोसियों के लिए सिरदर्द बने हुए चीन का एक खास शौक है. वो दूसरे के घर के बाहर अपनी Nameplate लगाकर, उसे अपनी संपत्ति बताने लगता है. चीन की नाम बदलने वाली मूर्खता का शिकार भारत भी हो रहा है. चीन को लगता है कि भारतीय शहरों का चाइनीज नामकरण कर देने से वो उसका हिस्सा हो जाएंगे. चीन की सरकार पुरानी हिंदी फिल्मों के उस विलेन की तरह है, जिनकी बुरी नजर हीरोइन पर होती है, और वो हर प्रकार से उसे अपना बनाना चाहता है. चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों के नए नाम जारी कर दिए हैं. पिछले कुछ वर्षों में ये चौथी लिस्ट है, जिसमें चीन, भारतीय इलाकों के चाइनीज नाम रखकर, उन पर दावा कर रहा है. आज हम चीन की इसी मंशा का DNA टेस्ट कर रहे हैं, साथ ही तिब्बत की भी बात करेंगे, जिस पर जबरन कब्जा जमाकर चीन उसे अपना हिस्सा बताता है.
पहले तिब्बत से समझिए चीन की गुंडों वाली मानसिकता
चीन ने तिब्बत के साथ वर्ष 1959 में क्या किया था, ये पूरी दुनिया जानती है. एक खुशहाल देश तिब्बत को चीन ने बर्बाद कर दिया. उस पर कब्जा कर लिया और आज वो उसे अपना हिस्सा बताता है. पूरी दुनिया इसे चीन की विस्तारवादी नीति कहती है, जिसमें वो अपने पड़ोसियों की जमीन पर किसी गुंडे की तरह कब्जा करने की कोशिश करता रहता है. कुछ ऐसा ही वो भारत के साथ भी करना चाहता है. चीन के निशाने पर सीमावर्ती क्षेत्र हैं, जिनमें अरुणाचल प्रदेश प्रमुख है. चीन तिब्बत की तरह, भारत से सीधा युद्ध छेड़कर भारतीय इलाकों पर कब्जा नहीं कर सकता है. इसीलिए वो धीरे-धीरे अलग-अलग तरीके से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करता है. घुसपैठ का मुंहतोड़ जवाब मिलने के बाद वो नई तरकीब अपनाने लगा है. वो भारतीय क्षेत्रों के चाइनीज़ नाम रखने लगा है. पिछले 7 वर्षों में चीन ने अरुणाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों के नाम अपने हिसाब से बदले हैं. हालाकि नाम रखने की उसकी रणनीति पर केवल हंसा जा सकता है. लेकिन बावजूद इसके वो इस पर डटा रहता है.
तिब्बत पर कब्जे के साथ ही अरुणाचल पर टेढ़ी कर ली थी नजर
अरुणाचल प्रदेश पर चीन अपना दावा करता रहा है, लेकिन भारत इसका करारा जवाब देता आया है. चीन ने अरुणाचल प्रदेश को अपना बताने की शुरूआत तिब्बत पर कब्जे के साथ ही शुरू कर दी थी,
भारत ने दिया है करारा जवाब
चीन अपने नागरिकों को ये संदेश देना चाहता है कि वो जिन भारतीय इलाकों के नाम बदल रहा है, वो चीन का हिस्सा हैं, जबकि ऐसा नहीं है. भारत, हमेशा से चीन की इन ओछी हरकतों का विरोध करता रहा है. भारतीय विदेश मंत्री ने भी चीन की इस हरकत पर करारा जवाब दिया है.
तिब्बत का इतिहास की निकालता है चीनी दावे की हवा
जिस तिब्बत का दक्षिणी हिस्सा बताकर, चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता है. उस तिब्बत को लेकर हम कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो चीन के दावे की हवा निकाल देगी. चीन जिस तिब्बत को अपना हिस्सा बताता रहा है, वो पौराणिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भौगौलिक रूप से हमेशा से भारत के नजदीक रहा है. तिब्बत और चीन का रिश्ता केवल गुलाम और शासक का रिश्ता रहा है.
क्या भारत को भी तिब्बत का नामकरण कर देना चाहिए?
भारत से इतना गहरा रिश्ता होने के चलते क्या अब हमें भी तिब्बत के अलग-अलग इलाकों के भारतीय नाम रखना शुरू कर देना चाहिए? क्या भारत सरकार तिब्बती शहरों के भारतीय नाम रखकर, उन पर दावा करने लगे? अगर भारत सरकार ने ऐसा किया, तो यकीनन चीन का दर्द बढ़ जाएगा, लेकिन हम मानते हैं कि अन्य आजाद देशों की तरह ही तिब्बत एक आजाद देश है, जिस पर चीन का कब्जा है.
नेहरू की 'हिंदी-चीनी भाई-भाई' नीति से तिब्बत में घुसा चीन
चीन किस आधार पर बताता है तिब्बत को अपना हिस्सा?
चीन किस आधार पर तिब्बत को अपना हिस्सा बताता है, ये कोई नहीं जानता है. किसी माफिया की तरह उसने तिब्बत पर जबरन कब्जा किया, उसके बाद से ही वो भारत के एक हिस्से को दक्षिणी तिब्बत बोलकर अपना हिस्सा बताने की हिमाकत करता रहा है.
कम्युनिस्ट पार्टी के शासन का मूलमंत्र है कब्जे की नीति
वर्ष 1949 में कम्युनिस्ट पार्टी के शासन में People Republic Of China के गठन के बाद से ही चीन ने अपने आस पड़ोस के देशों की जमीन पर कब्जा करने की नीति पर काम किया. भारत ही नहीं चीन के करीब 18 देशों के साथ सीमा विवाद चल रहा है. चीन केवल अपने पड़ोसियों की ही नहीं, बल्कि अपनी सीमा से दूर बसे देशों की जमीन या समंदर हड़पने की भी बात करता है. हम ऐसे दौर में रह रहे हैं, जहां पर कोई देश, किसी और देश पर पूरी तरह से कब्जा नहीं कर सकता. ये अलग बात है कि किसी क्षेत्र को लेकर विवाद हो, लेकिन पूरे देश पर कब्जा करना मुश्किल है. इसीलिए चीन विस्तारवादी नीति के तहत अलग अलग देशों के छोटे-छोटे हिस्सों को अपना बताता है. ये एक नए तरह का उपनिवेशवाद है.
60 फीसदी चीन 'कब्जा करो' की नीति की देन
इससे एक बात साफ है कि चीन ना खुद शांत है ना ही वो अपने आस पास बसे देशों में शांति चाहता है. वो Greater China के Concept पर आगे बढ़ रहा है, जिसका मकसद चीन के आसपास बसे देशों की जमीन पर कब्जा करके, उन्हें अपना हिस्सा बताना है. अंत में हम चीन सरकार से ये पूछना चाहते हैं कि अगर भारत सरकार, बीजिंग का नाम ब्रह्मपुरी रख दे, या शंघाई का नाम शंकरपुरी रख दे. तो क्या वो उसे भारत का हिस्सा मान लेगा?
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.