Twitter
Advertisement

IND vs ENG: कैच पकड़ने के बाद कैसे मिला हैरी ब्रूक को छक्का? सिराज की एक गलती से हारेगी टीम इंडिया, मांगनी पड़ी माफी

दुनिया के इन 5 देशों के पास है सबसे ज्यादा UNESCO वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स! जानें कहां है भारत

कौन हैं Karishma Kotak? जिन्हें WCL के मालिक ने लाइव टीवी पर किया प्रपोज, बला की खूबसूरत हैं एंकर

एक्ट्रेस संगीता बिजलानी ने TIGP 2025 ब्यूटी क्वीन्स को पहनाया ताज, जानें टीन से लेकर मिस और मिसेज इंडिया का ताज किसके सिर सजा? 

दो EPIC नंबर वाले वोटर आईडी को लेकर बुरे फंसे तेजस्वी यादव, चुनाव आयोग ने भेज दिया नोटिस

Sugar Remedy: इस पेड़ की पत्तियों में है ब्लड शुगर कंट्रोल करने की ताकत, जानें इस्तेमाल का तरीका

IND vs ENG: अगर ड्रॉ हुई भारत-इंग्लैंड सीरीज, तो कहां रखी जाएगी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी?

मुंबई से अहमदाबाद सिर्फ 127 मिनट में! भारत की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान

Desi Drink For Uric Acid: नुस्खा नहीं, इस देसी ड्रिंक को मानते हैं यूरिक एसिड का रामबाण इलाज! घर पर ऐसे बनाएं

'वो मुझसे बेहतर हैं...' सुनील गावस्कर के 54 साल पुराने रिकॉर्ड से भी बड़े हैं शुभमन गिल, पूर्व दिग्गज का बड़ा बयान

Israel के सामने आखिर कितने दिन टिक पाएंगे हिजबुल्लाह के नए चीफ Naim Kassem?

IDF द्वारा हसन नसरल्लाह और हाशेम सफीद्दीन केव खात्मे के बाद आखिरकार हिजबुल्लाह को नईम कासिम (Who is Naim Kassem ) के रूप में अपना नया मुखिया मिला है. कासिम की नई भूमिका पर प्रतिक्रिया देते हुए इजरायल के रक्षा मंत्री ने जोर देकर इस बात को कहा कि उनकी नियुक्ति हिजबुल्लाह के लिए अस्थायी साबित होने वाली है.

Latest News
Israel के सामने आखिर कितने दिन टिक पाएंगे हिजबुल्लाह के नए चीफ Naim Kassem?

हमास ने हिजबुल्लाह के नए नेता के रूप में नईम कासिम की नियुक्ति को समूह की वापसी का सबूत बताया है. भले ही कासिम को लेकर हिजबुल्लाह कुछ कह ले, लेकिन इस बात में कोई शक नहीं है कि संगठन द्वारा मुश्किल वक़्त में कासिम को सामने लाना विकल्पों की कमी को दर्शाता है. बता दें कि 1980 के दशक की शुरुआत में हिजबुल्लाह की स्थापना में मदद करने वाले 71 वर्षीय कासिम 1991 में उप प्रमुख की भूमिका में आए, और समूह के सबसे महत्वपूर्ण मौलवियों में से एक बन गए. माना जाता है कि ये नईम कासिम ही हैं जिन्होंने एक संगठन के रूप में हिजबुल्लाह की धार्मिक और वैचारिक दिशा का मार्गदर्शन किया.

हिजबुल्लाह के लड़ाकों के लिए नईम हमेशा 'नंबर दो' या ये कहें कि एक सहायक और मार्गदर्शक की भूमिका में रहे हैं. ऐसे में कम ही लोग हैं जो उन्हें इजरायल के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने वाला प्रेरणादायक व्यक्ति मान रहे हैं. शायद आपको जानकार हैरत हो कि स्वयं लेबनान में बहुत से लोग उन्हें करिश्मा और व्यक्तित्व की कमी वाला मानते हैं.

नईम अपने पूर्ववर्ती हसन नसरल्लाह की तरह पितातुल्य नहीं हैं. न ही वे प्रेरणादायी वक्ता हैं. लेकिन अब कासिम को परिस्थितियों के बल पर शीर्ष पद पर बिठा दिया गया है. सितंबर के अंत में बेरूत में नसरल्लाह की हत्या के बाद, कागजों पर कासिम की श्रेष्ठता के बावजूद, हाशेम सफीद्दीन को सबसे संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा था.

लेकिन दो सप्ताह बाद ही इजरायली हवाई हमले में उनकी भी मौत हो गई, क्योंकि इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने ये कसम खाई हुई है कि वो हिजबुल्लाह के नेतृत्व को खत्म कर देंगे. ज्ञात हो कि सफीद्दीन पर भी हमला तब हुआ जब अटकलें लगाई जाने लगीं कि वे अगले नंबर पर हैं.

जैसी मौजूदा स्थिति है ऐसा महसूस होता है कि इस बार हिजबुल्लाह कासिम के प्रति ज्यादा सतर्क है. कासिम के विषय में जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक इस महीने की शुरुआत में वह बेरूत से भागकर तेहरान चले गए हैं.पिछले महीने कासिम ने तीन टेलीविज़न संबोधन दिए हैं. उनमें से एक नसरल्लाह की मौत के बाद एक विद्रोही रैली का नारा था - जिसमें हिजबुल्लाह समर्थकों से वादा किया गया था कि वे लड़ाई जारी रखेंगे.

इसी तरह जो बी भाषण उन्होंने 8 अक्टूबर को दिया यदि उसे देखें तो महसूस हो रहा था कि वो लेबनान इजरायल गतिरोध पर सुलह के पक्षधर हैं. इजरायल के प्रति जो नजरिया कासिम का है उसे देखकर कुछ लोगों का मानना ​​है कि उनके पास इतनी हिम्मत नहीं है कि वह अधिक आक्रामक नीति अपना सकें.

बहरहाल, कासिम पहले से ही एक जाना-पहचाना चेहरा है. पिछले अक्टूबर में इजरायल के साथ इस संघर्ष की शुरुआत के बाद से, वह हिजबुल्लाह के प्रमुख प्रवक्ताओं में से एक रहे हैं, जिन्होंने क्षेत्रीय और विदेशी मीडिया दोनों को साक्षात्कार दिए हैं.

खैर, नईम कासिम कोई ऐसा सैन्य कमांडर नहीं हैं जो इजरायल की तरह छिपकर काम करता है. इसके ठीक विपरीत - वह हमेशा आगे और केंद्र में रहे हैं और माना यही जा रहा है कि यही वो एक चीज है जो नईम कासिम को आने वाले वक़्त में मुश्किल में डालेगी.

हालांकि, अभी के लिए इजरायल सतर्क है, उसने चेतावनी दी है कि अगर कासिम, नसरल्लाह के नक्शे कदम पर चलते हैं, तो उनका कार्यकाल '(हिजबुल्लाह के) इतिहास में सबसे छोटा' होगा.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें  हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Read More
Advertisement
Advertisement
पसंदीदा वीडियो
Advertisement