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अमेरिका में नहीं मिलेगी इन 12 देशों के लोगों को एंट्री, जानिए कहां-कहां का है नाम और क्या है कारण

US Travel Ban Policy: व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के इस फैसले की जानकारी दी है. यह ट्रैवल बैन रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात से लागू हो जाएगा.

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अमेरिका में नहीं मिलेगी इन 12 देशों के लोगों को एंट्री, जानिए कहां-कहां का है नाम और क्या है कारण

डोनाल्ड ट्रंप ने लिया बड़ा एक्शन 

US Travel Ban Policy: अमेरिका ने दुनिया के 12 देशों के लोगों की एंट्री अपने यहां बैन कर दी है. यह बैन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की उस नीति के तहत लगाया गया है, जिसमें उन्होंने कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादियों को देश में प्रवेश करने से रोकने की बात कही थी. ट्रंप ने इस बैन से जुड़े प्रोक्लेमेशन ऑर्डर पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जो रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात 12.01 बजे से लागू हो जाएगा. इस ऑर्डर में इन 12 देशों के अलावा भी ट्रंप प्रशासन ने 7 अन्य देशों से आने वाले लोगों की भी स्क्रीनिंग टाइट की है और उन्हें वीजा देने पर आंशिक पाबंदियां लगाई गई हैं. ऑर्डर में इन देशों के नागरिकों से अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों को खतरा होने की संभावना को बैन लगाने का आधार बताया गया है.

इन देशों के लोगों को नहीं मिलेगी एंट्री

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने जिन देशों के लोगों की एंट्री बैन की है, उनमें अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड, कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सूडान और यमन शामिल हैं. इन देशों से आने वाला कोई भी शख्स अब वैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश नहीं कर पाएगा. इससे पहले भी ट्रंप ने अपने पिछले कार्यकाल में साल 2017 को दौरान 7 मुस्लिम-बहुल देशों इराक, सीरिया, ईरान, सूडान, लीबिया, सोमालिया और यमन के लोगों के अमेरिा आने पर प्रतिबंध लगा दिया था. उस फैसले को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी, लेकिन साल 2018 में वहां भी निर्णय ट्रंप प्रशासन के फेवर में आया था.

इन 7 देशों के लोगों पर लागू होगी स्क्रीनिंग
ट्रंप ने 7 अन्य देशों के लोगों को वीजा देने पर भी आंशिक पाबंदियां लगाई हैं. इन देशों में बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान और वेनेजुएला शामिल हैं. इन देशों से आने वाले लोगों की खास स्क्रीनिंग की जाएगी. उनके वीजा आवेदन को कई खास शर्तों के तहत जांचा-परखा जाएगा. इस कड़ी जांच के बाद ही इन देशों के लोगो को वीजा मिल पाएगा.

'अमेरिकियों के हित में है ये कदम'
ट्रंप ने अपने इस आदेश को लेकर कहा कि अमेरिकी नागरिकों और राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में यह कदम उठाया जा रहा है. कुछ लोग इसे 'ट्रंप ट्रैवल बैन (Trump Travel Ban)' कहते हैं, लेकिन हम इसे फिर लागू करेंगे ताकि देश में कट्टरपंथी इस्लामी आतंकी आने से रोके जा सकें. यह ऐसा कदम है, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी सही ठहराया था.'

व्हाइट हाउस ने बताया है ट्रैवल बैन लगाने का कारण
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर इस ट्रैवल बैन का कारण स्पष्ट किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप खतरनाक विदेशी तत्वों से अमेरिकियों की रक्षा करने का वादा निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग और सुरक्षा जांच में बार-बार असफल होने वाले देशों पर ट्रैवल बैन लागू किया गया है. इन देशों को अमेरिका के लिए गंभीर खतरा माना गया है. ट्रंप की ट्रैवल बैन पॉलिसी को और ज्यादा व्यापक बनाया गया है. इसमें आव्रजन वीजा के साथ ही B-1, B-2, F, M, J जैसे गैर आव्रजन श्रेणी के वीजा को भी इसकी पाबंदियों के दायरे में लाया गया है. यह पॉलिसी उन देशों पर लागू की जाएगी, जहां के लोग अमेरिका आकर वीजा अवधि से ज्यादा समय तक छिपे रहने को लेकर चिह्नित किए गए हैं या अमेरिका की कानूनी एजेंसियों के साथ ठीक से सहयोग नहीं करते हैं.

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