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भोलेनाथ की दीवानगी में साइकिल से केदारनाथ और बद्रीनाथ पहुंच गया 21 साल का लड़का, 56 दिनों बाद की घर वापसी

बिहार का एक शख्स साइकिल से ही केदारनाथ और बद्रीनाथ पहुंच गया. यहां से भगवान शिव के दर्शन कर 56 दिनों बाद घर वापसी की. यात्रा के दौरान लोगों से की पर्यावरण को बचाने की अपील.

भोलेनाथ की दीवानगी में साइकिल से केदारनाथ और बद्रीनाथ पहुंच गया 21 साल का लड़का, 56 दिनों बाद की घर वापसी

डीएनए हिंदी: दीवानगी में कोई कुछ भी कर सकता है और यह दिल भगवान से लगा बैठे तो बात ही अलग हो जाती है. सावन से ठीक पहले ऐसे ही एक शिव भक्त की कहानी सामने आई है, जो भगवान शिव के दर्शन करने की कामना मन में लिए साइकिल से ही केदारनाथ पहुंच गया. इस दौरान रास्ते में कई समस्याएं और बाधाएं आई, जिन्हें तोड़ते हुए शख्स ने 56 दिनों में यात्रा पूरी कर ली. 21 वर्षीय युवा ने अपनी यात्रा के दौरान लोगों को पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया है. 

दरअसल, यह शख्स बिहार के जमुई जिले में स्थित झाझा का रहने वाला प्रीतम राजहंस है. प्रीतम राजहंस की उम्र 21 साल है. उसने केदारनाथ की यात्रा को मात्र 56 दिनों में पूरा कर दिया. 5 मई को प्रीतम साईकिल पर सवार होकर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने निकल गया था. यहां से हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री होते हुए पहाड़ों पर चढ़ाई करते हुए वह केदारनाथ पहुंच गया. महादेव के दर्शन कर शनिवार को वह अपने घर पहुंचा.

आराध्य ने दी मिलने की शक्ति

प्रीतम राजहंस ने कहा कि भगवान शिव मेरे आराध्य हैं. मेरा केदारनाथ के भगवान शिव के दर्शन करने का मन था, लेकिन कोई पूरे संसाधन और व्यवस्था न होने की वजह से साइकिल से ही भगवान शिव के दर्शन करने का निर्णय किया. 5 मई को प्रीतम साइकिल से ही केदारनाथ के लिए निकल गए. उन्होंने बताया कि इस दौरान रास्ते में कई सारी बाधाएं आई, लेकिन भगवान शिव ने उन्हें हटा दिया. अच्छे काम में बाधाएं आना मुमकिन था, लेकिन मदद के लिए लोगों ने भी खुद हाथ बढ़ाया. प्रीतम ने बताया कि यात्रा के दौरान रास्ते में लोगों का खूब सहयोग मिला. भगवान शिव की कृपा से प्रीतम ने 1000 हजार किलोमीटर की दूरी को तय कर लिया. 

ढाई हजार किलोमीटर चलाई साइकिल

प्रीतम ने बताया कि भगवान शिव की कृपा और उनकी सच्ची आस्था के बल पर ढाई हजार किलोमीटर की दूरी 56 दिनों में तय कर दी. प्रीतम इसबीच बद्रीनाथ भी पहुंचे. यहां से भगवान शिव के दर्शन कर साइकिल से अपने घर लौटे है. ऐसे में कहा जा सकता है सच्ची आस्था और भगवान के प्रति इस तरह की दिवानगी सब कुछ आसान कर देती है. 

पर्यावरण बचाने का दिया संदेश

बिहार के एक छोटे से जिले से निकलकर केदानाथ की यात्रा करने वाले प्रीतम सिंह ने प्रर्यावरण बचाने का संदेश दिया. उन्होंने अपनी साइकिल यात्रा में लोगों की गुजारिश की. उन्होंने कहा कि पर्यावरा को बचाने के प्रति सजग हो. ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें. 

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