जानिए वो ट्रिक्स जिनसे सोशल मीडिया पर छा जाएगा आपका कंटेंट
Rashifal 03 August 2025: सेहत से लेकर संबंध तक, आज कैसा रहेगा आपका दिन? पढ़ें अपना राशिफल
नौकरी की सैलरी से नहीं हो रही है बचत, तो शुरू करें ये 5 पार्टटाइम बिजनेस; हो जाएंगे मालामाल
अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए
धर्म
ऋतु सिंह | Jul 13, 2025, 11:54 AM IST
1.शनि एक कर्म प्रधान ग्रह है
शनि एक कर्म प्रधान ग्रह है, जो न्याय, कर्म, अनुशासन, परिश्रम और गरीबों व ज़रूरतमंदों का प्रतिनिधित्व करता है. यदि किसी व्यक्ति को शनि की कृपा प्राप्त हो जाए, तो वह दरिद्र से राजा बन सकता है, वहीं यदि शनि अशुभ प्रभाव में हो, तो व्यक्ति को भारी हानि का भय बना रहता है.
2.अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार फल मिलेगा
शनि देव अच्छे और बुरे कर्मों के अनुसार फल देते हैं और शनि देव जिम्मेदारी और बाधाओं को दूर करने की क्षमता के प्रतीक हैं. आज हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें शनि के वक्री होने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
3.वृषभ राशि
वृषभ राशि के भाग्य और कर्म भाव के स्वामी शनि हैं जो अब आपके लाभ भाव में विपरीत दिशा में गोचर कर रहे हैं. इस दौरान आपको मिल रहे सकारात्मक परिणामों में कमी आ सकती है. अब तक आपके लाभ में भी कमी आने की संभावना है. अब आपको पहले की तुलना में कम अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. हो सकता है आपको अपनी इच्छानुसार परिणाम या रिजल्ट न मिलें. इस समय लाभ की उम्मीद कम है. यदि आपका स्वास्थ्य पहले से ही खराब है, तो अब आपको अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है. आपको अपने कार्यों में देरी या कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है.
4.मिथुन राशि
2025 में शनि वक्री होने के दौरान मिथुन राशि वालों के लिए अष्टम और नवम भाव का स्वामी शनि आपके दशम भाव में विपरीत स्थिति में रहेगा. इस दौरान आपके काम की दिशा बदलने का अवसर मिल सकता है. कड़ी मेहनत और प्रयासों के बावजूद सफलता आसानी से नहीं मिलेगी. आप पर अधिक मेहनत करने का दबाव महसूस हो सकता है और आपका बोझ बढ़ सकता है. शनि की स्थिति से द्वादश, चतुर्थ और सप्तम भाव पूर्ण रूप से प्रभावित होंगे. पारिवारिक जिम्मेदारियां भी आप पर भारी पड़ सकती हैं, जिससे आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इस वक्री अवधि के दौरान परिवार के बुजुर्ग सदस्यों, विशेषकर आपके माता-पिता को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि वे बीमार पड़ सकते हैं. इसके अलावा अपने वैवाहिक जीवन को सकारात्मक बनाए रखना महत्वपूर्ण है. यदि आप व्यवसाय करते हैं, तो नियम-कायदों का पालन करना अच्छा रहेगा.
5.कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए सप्तम और अष्टम भाव का स्वामी शनि आपके नवम भाव में वक्री होने जा रहा है. इस दौरान आपको अपने पिता से परेशानी हो सकती है. साथ ही इस दौरान अपने पिता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. इस दौरान आपको सावधान भी रहना चाहिए, क्योंकि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं. जैसे ही यह समय बीत जाएगा, स्थिति बेहतर हो जाएगी. शनि देव के प्रभाव से आपके एकादश, तृतीय और षष्ठम भाव में स्थित आपके शत्रु परास्त होंगे. इस दौरान शेयर बाजार में निवेश करना भी लाभदायक हो सकता है. हालाँकि, आपको अपने पिता का ध्यान रखना होगा क्योंकि उनका स्वास्थ्य चिंता का विषय हो सकता है.
6.वृश्चिक राशि
शनि की वक्री चाल वृश्चिक राशि वालों के लिए शुभ प्रभावों को कम कर सकती है, जिससे आपके अपेक्षित परिणामों में बदलाव आ सकता है. हालाँकि, ज्योतिष के अनुसार, यह करियर और नौकरी में मुश्किलें पैदा करता है. परिणामस्वरूप, कार्यक्षेत्र में चुनौतियाँ थोड़ी बढ़ सकती हैं और आपको वरिष्ठों और सहकर्मियों से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. व्यक्तिगत स्तर पर, अनावश्यक विवादों से बचने की कोशिश करें और अपने जीवनसाथी की कठोर या आहत करने वाली टिप्पणियों को नज़रअंदाज़ करें. साथ ही, स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अपने खान-पान और जीवनशैली में अनुशासन बनाए रखें.
Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.
अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.