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World Homeopathy Summit में जुटे दुनियाभर के डॉक्टर, होम्योपैथी को जन-जन के इलाज की पद्धति बनाने पर हुआ मंथन

होम्योपैथी को इलाज की पद्धति के तौर पर अब दुनियाभर में पहचाना जा रहा है और लोग इससे जुड़ रहे हैं, लेकिन कई तरह के मिथक अब भी लोगों के मन में हैं. इन्हें दूर करने पर ही जर्मनी में अंतरराष्ट्रीय होम्योपैथी शिखर सम्मेलन में बात हुई है.

World Homeopathy Summit में जुटे दुनियाभर के डॉक्टर, होम्योपैथी को जन-जन के इलाज की पद्धति बनाने पर हुआ मंथन

होम्योपैथी को जन-जन की चिकित्सा पद्धति बनाने के लिए क्या होना चाहिए? इस सवाल पर मंथन करने के लिए दुनिया भर से आए होम्योपैथिक डॉक्टरों ने अंतरराष्ट्रीय होम्योपैथी शिखर सम्मेलन में जुटे. यह आयोजन जर्मनी के उस ऐतिहासिक शहर में आयोजित हुआ, जिसे होम्योपैथी पद्धति का जन्मदाता माना जाता है. होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हैनिमन की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित वर्ल्ड होम्योपैथिक वीक के मौके पर कोथेन शहर में विश्व होम्योपैथी शिखर सम्मेलन 3 का आयोजन किया गया. बर्नेट होम्योपैथी की तरफ से आयोजित सम्मेलन में दुनिया भर से 200 से ज्यादा होम्योपैथी डॉक्टरों और शोधकर्ताओं ने भागीदारी की. 

होम्योपैथी का वैश्विक केंद्र माना जाता है कोथेन
कोथेन को पारंपरिक और वैज्ञानिक होम्योपैथी का वैश्विक केंद्र माना जाता है. इस कार्यक्रम में अमेरिका, यूके, ब्राजील, सर्बिया, नीदरलैंड और भारत समेत कई देशों के जाने-माने होम्योपैथी डॉक्टर शामिल रहे, जिनमें डॉ. लोरी ग्रॉसमैन (अध्यक्ष, नेशनल सेंटर फॉर होम्योपैथी, यूएसए), प्रो. रोनाल्ड मोरी (ब्रिटेन), डॉ. नितीश दुबे (सीएमडी, हरिओम होमियो, भारत) और प्रो. डॉ. डोर्ली (ब्राजील) आदि शामिल हैं. आयोजन के दौरान डॉक्टरों को डॉ. हैनिमैन के ऐतिहासिक निवास और क्लीनिक जाने का भी मौका मिला. साथ ही यूरोपियन लाइब्रेरी ऑफ होम्योपैथी में हुए संवाद सत्रों में शैक्षणिक और अनुसंधान-आधारित चर्चाएं की गईं, इससे होम्योपैथी को आगे बढ़ाने की मुहिम वाले अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बल मिला है.

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट कप्तान मोर्गन भी पहुंचे सम्मेलन में
सम्मेलन में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान इयोन मोर्गन भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. उनके अलावा कोथेन के संसद सदस्य बास्टियन बर्नहैगन भी विशेष अतिथि थे. सम्मेलन के दौरान पूरी दुनिया के 60 से अधिक होम्योपैथी डॉक्टरों को इस चिकित्सा पद्धति को आगे बढ़ाने में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम का आयोजन बर्नेट होम्योपैथी प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से किया गया. यह संस्था शिक्षा, अनुसंधान और वैश्विक साझेदारी के माध्यम से होम्योपैथी के विकास में सक्रिय भूमिका निभा रही है. डॉ. नितीश दुबे ने यूरोपीय होम्योपैथी संस्थानों, 'विस होम्योपैथी', 'हाउस ऑफ हैनिमैन' और डॉ. स्टेफनी जाह्न को उनके सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. कोथेन में हुआ यह सम्मेलन न केवल होम्योपैथी के विकास की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम साबित हुआ, बल्कि यह वैश्विक समुदाय के बीच आपसी समन्वय और साझा दृष्टिकोण को भी उजागर करता है.

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