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Property News: टॉप शहरों में घट रही घर-दुकानों की बिक्री, क्या संकेत है एनसीआर मार्केट के लिए?

Property News: देश में रियल एस्टेट की खरीद-बिक्री प्रभावित होने की खबरों के बीच साल 2025 के पहले तिमाही में दिल्ली-NCR भी इससे प्रभावित होता दिखा है, जहां नई यूनिट्स की लॉन्चिंग में कमी आई है.

Property News: टॉप शहरों में घट रही घर-दुकानों की बिक्री, क्या संकेत है एनसीआर मार्केट के लिए?

Representative Image

Property News: देश में रियल एस्टेट मार्केट पर भी वैश्विक उथल-पुथल का असर दिखने लगा है. अमेरिका की तरफ से सभी देशों पर लागू बढ़ाई गई टैरिफ दरों के कारण अर्थव्यवस्था को लगे झटकों ने लोगों के मन में आर्थिक डर पैदा कर दिया है, जिससे रियल एस्टेट मार्केट में भी अस्थिरता आई है. नतीजतन लोगों के बीच रियल एस्टेट की खरीद-बेच को लेकर उत्साह कम हुआ है. प्रॉपटेक संस्थान प्राप टाइगर की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, देश के टॉप 8 रियल एस्टेट शहरों में नए यूनिट्स के लॉन्च में 10% और बिक्री में 19% की कमी आई है. रिपोर्ट में भी इसके कारणों में प्रॉपर्टी की बढ़ती कीमतों, वैश्विक व्यापार एवं टैरिफ की दरों और इसके कारण मार्केट में बनी अस्थिरता को बताया गया है. इन रियल एस्टेट डेस्टिनेशन एनसीआर, अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई और पुणे शामिल है. संस्थान से जारी डाटा के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में भी रियल एस्टेट पर इसका असर दिखा है. यहां नई यूनिटस की बिक्री 2025 के पहली तिमाही में 8,477 यूनिटस रह गई है, जो 2024 के अंतिम तिमाही में 9,808 यूनिटस की तुलना में 14% तथा 2024 की प्रथम तिमाही के दौरान 10,058 यूनिटस की तुलना में 16% कम है. पिछले साल के प्रथम तिमाही से तुलना करें तो बेंगलुरु में 13% की वृद्धि और चेन्नई में 8% की वृद्धि, के अलावा शेष शहरों में रियल एस्टेट की बिक्री 1 से 26% तक घटी है. 

दिल्ली-NCR में घटी है नई यूनिट्स की लॉन्चिंग
एनसीआर में नई यूनिटस की लॉन्च की बात करें तो 2025 के पहली तिमाही में केवल 7,952 यूनिटस ही लॉन्च हुई हैं, जो 2024 की अंतिम तिमाही में लॉन्च हुई 10,048 यूनिटस की तुलना में 21% कम है. हालांकि 2024 के प्रथम तिमाही की 6,872 यूनिटस के मुकाबले 2025 के पहले तिमाही में 16% ज्यादा यूनिटस मार्केट में आई हैं. इसके अलावा बेंगलुरु में 82% वृद्धि और कोलकाता में 138% वृद्धि, के अलावा अन्य शहरों में नए लॉन्च में 10 से लेकर 38% तक की कमी आई है.

एक्सपर्ट्स का दावा- रियल एस्टेट सेक्टर में ये उतार-चढ़ाव सामान्य
मार्केट एक्स्पर्ट्स की राय में किसी भी रियल एस्टेट मार्केट में यूनिटस की सप्लाई और डिमांड में एक समानता कभी नहीं रहती है. 2023-24 के बाद मार्केट में प्राइस करेक्शन का दौर आया हुआ है इसलिए प्रोमोटर नए प्रोजेक्ट लाने में और खरीदार निर्णय लेने में समय ले रहे है जो स्वाभाविक है. क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव दिनेश गुप्ता के अनुसार, रियल एस्टेट सेक्टर में उतार चढ़ाव कोई नहीं बात नहीं है. वर्ष 2024 में प्रॉपर्टी की डिमांड और सप्लाई दोनों बढ़िया रही है. ऐसे में अक्सर त्योहारी सीजन के बाद नए लॉन्च में कमी आती है, क्योंकि मांग में भी कमी रहती है. फिर भी पिछले वर्ष इसी तिमाही की तुलना में इस वर्ष ज्यादा यूनिटस लॉन्च हुई है जो हेल्दी मार्केट का संकेत है.

बड़े साइज की यूनिट्स की डिमांड ज्यादा
रियल एस्टेट मार्केट में इस समय बड़े साइज की यूनिट्स की डिमांड ज्यादा होने का दावा भी एक्सपर्ट्स कर रहे हैं. आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग के अनुसार, मार्केट में बड़े साइज के 3 और 4 बीएचके के यूनिटस ज्यादा बिक रहे हैं. मेरा अपना अनुभव यह कहता है कि अगर यूनिट साइज एफोर्डेबल से मिड-एफोर्डेबल सेगमेंट के बीच का है तो प्रोजेक्ट में डिमांड की कोई कमी नहीं होगी, क्योंकि मार्केट में खरीदार अभी भी इस सेगमेंट के सबसे ज्यादा है. 

डिलिजेन्ट बिल्डर्स के सीईओ ले. क. अश्वनी नागपाल (रिटायर्ड) का मानना है कि मार्केट में प्राइस करेक्शन का दौर एंड यूजर्स के लिए बढ़िया मौका होता है जब वे अपने लिए एक बढ़िया लोकेशन पर और अच्छे प्रोजेक्ट में अपने बजट का यूनिट ढूंढ सकते है. होम लोन और सस्ता होने की आशा के कारण भी घर खरीदार थोड़ा और इंतजार कर रहे हैं इसलिए ऐसे मार्केट ट्रेंड्स को आने वाले बेहतर समय का संकेत मानना चाहिए.

नए प्रोजेक्ट्स को मिल रही है अब प्राथमिकता
रेनॉक्स ग्रुप के चेयरमैन शैलेन्द्र शर्मा के अनुसार, रेपो रेट में कमी होने से करके घर खरीदारों के लिए नए लोन सस्ते हो गए हैं. मार्केट में लॉन्च हुए नए और अन्डर-कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में प्रॉपर्टी आज भी रेडी टू मूव की तुलना में कम कीमत पर उपलब्ध है और रेरा आने के बाद इनके पूरा होने की गारंटी भी है. ऐसे में घर खरीदार अब नए प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता दे रहे है जहां ढेर सारे ऑप्शन के साथ प्रॉपर्टी उनके पसंद की और कीमत उनके बजट में है.

निराला वर्ल्ड के सीएमडी सुरेश गर्ग के अनुसार, पूरे एनसीआर में अकेले ग्रेटर नोएडा तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और रोजगार की संभावनाओं के साथ सबसे किफायती अंडर कंस्ट्रक्शन और रेडी टू मूव प्रॉपर्टी की सुविधा दे रहा है जो गुड़गांव और फरीदाबाद जैसे मार्केट का विकल्प बन गए है. इसलिए मांग में निरंतरता बनी रहेगी.

(Inputs From Agencies)

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