जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में तीसरे दिन भी सुरक्षा बलों का अभियान जारी, एक आतंकवादी ढेर
कौन हैं जापान के दिग्गज बिजनेसमैन Hoshi Takayuki? जिसने शिव भक्ति में छोड़ दिया करोड़ों का कारोबार
'रात की पार्टियों में नहीं जाना, हो सकता है गैंगरेप'... Gujarat Police के Poster पर क्यों मचा बवाल
IAS रिया डाबी के पति IPS मनीष कुमार को मिली नई जिम्मेदारी, इस जगह हुआ ट्रांसफर
कार पर भगवान का नाम या तस्वीर कस्टमाइज करना कितना धर्म सम्मत? जानें इसका कैसा परिणाम मिलेगा
दिल्ली-एनसीआर में बारिश से हाल बेहाल, नोएडा-फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी जलभराव से चरमराई व्यवस्था
लंबी उम्र का पावरबैंक मानी जाती हैं ये सब्जियां, रोज नहीं तो हफ्ते में एक बार जरूर खाएं
भारत
तमिलनाडु पुलिस ने बड़े आतंकी और हत्या के मामलों के मुख्य आरोपी सादिक उर्फ टेलर राजा को गिरफ्तार कर लिया है, जो 29 साल से फरार था. हाल के हफ्तों में यह तीसरी बड़ी आतंकी गिरफ्तारी है.
तमिलनाडु पुलिस ने कई आतंकी और सांप्रदायिक हत्याओं के मामलों में एक प्रमुख आरोपी को कर्नाटक के विजयपुरा जिले से गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान सादिक उर्फ टेलर राजा के रूप में हुई है. 29 साल से गिरफ्तारी से बचते आ रहे इस संदिग्ध को आखिरकार आतंकवाद निरोधी दस्ते और कोयंबटूर सिटी पुलिस की संयुक्त टीम ने विशिष्ट और विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर गिरफ्तार कर लिया.
सादिक कथित तौर पर कई हाई-प्रोफाइल मामलों में शामिल है, जिनमें 1998 का कोयंबटूर बम विस्फोट भी शामिल है, जिसमें 58 लोग मारे गए थे और 250 से ज़्यादा घायल हुए थे. वह 1996 में कोयंबटूर में हुए पेट्रोल बम हमले, जिसमें जेल वार्डन बूपालन की मौत हो गई थी, 1996 में नागोर में सईथा हत्याकांड और 1997 में मदुरै में जेलर जयप्रकाश की हत्या का भी आरोपी है.
उनकी गिरफ्तारी भारत के सबसे वांछित आतंकवादी आरोपियों, अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली उर्फ यूनुस की हाल ही में आंध्र प्रदेश में हुई गिरफ्तारी के बाद हुई है, जो हाल के हफ्तों में आतंकवादी संदिग्धों की तीसरी बड़ी गिरफ्तारी है.
गौरतलब है कि तमिलनाडु के नागोर का निवासी अबूबकर सिद्दीकी 2011 में मदुरै में अपनी रथयात्रा के दौरान पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी पर पाइप बम से हमला करने की कोशिश के बाद से वांछित था.
मामले के मद्देनजर पुलिस की मानें तो उसका यही कहना है कि वह दक्षिण भारत में कई बम विस्फोटों और सांप्रदायिक हत्याओं में शामिल था. 30 साल तक फरार रहने के बाद, आखिरकार उसे आंध्र प्रदेश के अन्नामय्या जिले में एक ठिकाने पर पकड़ा गया.
तिरुनेलवेली का रहने वाला मोहम्मद अली अपनी हालिया गिरफ्तारी से पहले 26 साल तक फरार रहा था.