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भारत
बिहार लोकसभा चुनाव 2025 की सीट शेयरिंग को लेकर NDA गठबंधन में सहमति बनती नज़र आ रही है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव की तर्ज पर ही बिहार में सीट शेयरिंग की जाएगी.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे करीब आ रहा है वैसे-वैसे सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. इस बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा भी जोरों पर है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बिहार की 243 लोकसभा सीटों में से कितनी सीटें किस पार्टी के खाते में जाएंगी. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जीत को आधार बनाकर सीटों का बंटवारा किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 में से 30 सीटें एनडीए के खाते में आई थीं. इनमें से बीजेपी और जेडीयू ने 12-12 सीटें जीती थीं. वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की थी, इसके अलावा जीतन राम मांझी की हम ने भी अपने हिस्से की एक सीट अपने नाम की थी.
बिहार की 243 विधानसभा सीटों को NDA के खाते में आई 30 लोकसभा सीटों से डिवाइड करने पर जवाब आता है 8. माना जा रहा है कि NDA लोकसभा में जीती हुई सीटों को 8 से गुणा करके सीटों का बंटवारा करेगी. माने बीजेपी और जेडीयू को 12X8 यानी 76-76 सीटें मिलेंगी, लोजपा को 5x8 यानी 40 और हम को 8 सीटें. इस तरह 200 सीटों का हिसाब तय हो गया. बाकी की बची 43 सीटों पर तीन अन्य सहयोगी दलों को चुनाव लड़ने का मौका दिया जा सकता है.
इस फॉर्मूले का फायदा चिराग पासवान को होगा. हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में लोजपा ने 7 में से 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इन नतीजों के आधार पर 2015 के विधानसभा चुनाव में NDA ने लोजपा को 40 सीटें दी थीं. तब पार्टी को केवल दो सीटों पर जीत मिली थी.इसी तरह जीतन राम मांझी की हम ने 2015 के विधानसभा चुनाव में 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल एक पर जीत दर्ज की थी. माना जा रहा है कि एनडीए इन दोनों फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय करेगा. एक थ्योरी यह भी सामने आ रही है कि बिहार में बीजेपी और जेडीयू मिलकर कम से कम 200 सीटें अपने पास रखना चाहेंगे. अगर ऐसा होता है तो लोजपा और हम की सीटों पर इसका असर पड़ सकता है.
बिहार विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं. NDA में बीजेपी, जनता दल यूनाइटेट, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), हम और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं.
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