जानिए वो ट्रिक्स जिनसे सोशल मीडिया पर छा जाएगा आपका कंटेंट
Rashifal 03 August 2025: सेहत से लेकर संबंध तक, आज कैसा रहेगा आपका दिन? पढ़ें अपना राशिफल
नौकरी की सैलरी से नहीं हो रही है बचत, तो शुरू करें ये 5 पार्टटाइम बिजनेस; हो जाएंगे मालामाल
अनिल कपूर ने एचआईवी-एड्स पीड़ितों के इलाज के लिए रिसर्च सेंटर को दिए 75 लाख रुपए
भारत
सीएम योगी की ओर से बहराइच की पहचान को लेकर कई सारी बातें कही गई. उन्होंने महाराजा सुहेलदेव और ऋषि बालार्क को इस शहर की पहचान बताई है. उन्होंने विदेशी हमलावरों की तारीफ करने वाले लोगों देशद्रोही बताया है.
देश के सियासी गलियारों में औरंगजेब के नाम को लेकर खूब सियासत हो रही है. अब इस बहस में सालार गाजी का नाम भी आ गया. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन दोनों को लेकर बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि देश के भीतर इन विदेशी हमलावरों का महिमामंडन करना देशद्रोह है. दरअसल यूपी सीएम बहराइच आए हुए हैं. वो यहां के तहसील मिहींपुरवा की मेन बिल्डिंग की ओपनिंग सरोमनी में शामिल होने आए हुए थे. उन्होंने अपनी बात को रखते हुए बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि 'विदेशों से आए हमलावरों ने बहराइच को कमजोर करने का काम किया है. बहराइच मूल रूप से ऋषि बालार्क के नाम पर आधारित है.'
क्या सब बोले सीएम योगी?
सीएम योगी की ओर से बहराइच की पहचान को लेकर कई सारी बातें कही गई. उन्होंने महाराजा सुहेलदेव और ऋषि बालार्क को इस शहर की पहचान बताई है. साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारी कर्मचारियों को पोस्टिंग वाली जगहों पर रात गुजारनी होगी. योगी आदित्यनाथ की ओर से आगे बताया गया कि भारत की सनातन संस्कृति की तारीफ पूरे विश्व में हो रही है. हमारी जिम्मेदारी है कि वो इस तरह का काम करें कि जिससे इन हमलावरों का महिमामंडन न हो सके. ये नया भारत है, यहां पर हमलावरों को एक्सेप्ट नहीं किया जाता है. हमलावरों की तारीफ का अर्थ है देशद्रोह.
महज 14 रुपए में बनी थी औरंगजेब की कब्र
इन दिनों औरंगजेब की कब्र को लेकर खूब सियासत हो रही है. औरंगजेब की कब्र की बात करें तो ये महाराष्ट्र के खुल्दाबाद में मौजूद है. खुल्दाबाद का इलाका संभाजीनगर जिले में पड़ता है. सबसे खास बात ये है कि इसे बनाने में महज 14 रुपये खर्च किए गए. औरंगजेब खुद ही चाहता था कि उसका कब्र बेहद सरल तरीके से बने. इसमें बहुत ज्यादा तामझाम न हो. उसने अपनी वसीयत में भी इसका जिक्र किया था. उसके मरने के बाद उसकी इच्छा के मुताबिक ही उसके कब्र का निर्माण किया गया था.
अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.