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भारत
Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. इंटेलिजेंस अलर्ट के बाद जम्मू के जेलों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट पर हैं. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक, श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू के कोट भलवाल जैसी जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इंटेलिजेंस इनपुट के बाद यह सुरक्षा बढ़ाई गई है. खुफिया इनपुट में ऐसी जानकारी मिली है कि जम्मू और कश्मीर की जेलों पर हमला हो सकता है. इन जेलों में कई खतरनाक आतंकी और ओवर ग्राउंड वर्कर्स बंद हैं. इसके अलावा, आतंकियों के घरों को ढहाने समेत कई सख्त कार्रवाई हो रही है. 150 से ज्यादा स्थानीय लोगों से कई बार पूछताछ की जा रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) इस टेरर अटैक की जांच कर रही है और कई अहम सुराग हाथ लगे हैं.
पहलगाम हमले की जांच एनआईए (NIA) कर रही है. एनआईए ने जांच के सिलसिले में श्रीनगर की जेल में बंद दो ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGW) से भी पूछताछ की है. मुश्ताक और निसार से इस हमले को लेकर पूछताछ की गई है. इन दोनों को 1 जनवरी, 2023 को राजौरी जिले में हुए आतंकी हमले में पकड़ा गया था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी. इन दोनों को पहलगाम टेरर अटैक की पहले से जानकारी थी. सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों को दोनों के पास जानकारी होने के कुछ पुख्ता सबूत मिले हैं. जांच टीम आतंकियों के स्थानीय नेटवर्क का भी पता लगा रही है, जिसने हमले को अंजाम देने वाले गुनहगारों की मदद की थी.
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पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू और श्रीनगर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीआईएसएफ (CISF) के डीजी ने अहम बैठक की है. समीक्षा बैठक के बाद इन जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि पहले जम्मू-कश्मीर की जेलों की सुरक्षा का जिम्मा सीआरपीएफ पर हुआ करता था. अक्टूबर 2023 से इसकी कमान सीआईएसएफ को सौंप दी गई है.
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