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एजुकेशन
जया पाण्डेय | Jul 02, 2025, 06:39 PM IST
1.ICMR STS Short Term Scholarship
बायोमेडिकल रिसर्च में दिलचस्पी रखने वाले अंडरग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च STS प्रोग्राम ऑफर करता है. इस 2 महीने के समर प्रोजेक्ट में आपको अपनी पसंद के टॉपिक पर फैकल्टी मेंटोर के अंडर काम करने का मौका मिलेगा. अगर आपकी फाइनल रिपोर्ट सिलेक्ट होती है तो आपको स्टाइपेंड भी मिलता है.
2.इंटरनेशनल एक्सचेंज प्रोग्राम
IFMSA एक्सचेंज या यूएस, यूके या ऑस्ट्रेलिया के एक्सचेंज प्रोग्राम में माध्यम से आप विदेशी रिसर्च का हिस्सा बन सकते हैं. इससे आपको इंटरनेशनल हेल्थकेयर सिस्टम के बारे में जानकारी तो मिलेगी ही साथ ही वैश्विक तौर पर रिसर्च करने का मौका मिलेगा जिससे आप सर्टिफिकेट और रिसर्च पब्लिकेशन हासिल कर पाएंगे.
3.AIIMS, NIMHANS, PGI के समर इंटर्नशिप
AIIMS, NIMHANS, PGI जैसे टॉप के मेडिकल इंस्टीट्यूट समर इंटर्नशिप का आयोजन करवाते हैं जिनमें स्टूडेंट्स को एक्सपर्ट्स के साथ काम करने का मौका मिलता है. भले ही यह काफी कॉम्पिटेटिव होता है लेकिन इससे आपको लेबोरेटरी और क्लिनिकल रिसर्च का एक्पीरियंस मिलता है.
4.राज्य और राष्ट्र स्तर के कॉन्फ्रेंस
मेडिकल कॉन्फ्रेंस प्रोफेशनल्स के साथ संपर्क और नेटवर्क बढ़ाने का शानदार तरीका है. मेडिकॉन जैसे अंडरग्रेजुएट कॉन्फ्रेंस आपके काम को दिखाने का मंच प्रदान करते हैं. इन कॉन्फ्रेंस में पेपर या पोस्टर प्रजेंट करने से न सिर्फ आपका आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि आपकी सीवी भी बेहतर होती है.
5.एनजीओ और पब्लिक हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के साथ काम
जिन स्टूडेंट्स को एपिडेमियोलॉजी, पब्लिक हेल्थ और सोशल मेडिसिन में दिलचस्पी है उनके लिए WHO, UNICEF या हेल्थ सेक्टर में काम करने वाले एनजीओ के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट सार्थक और व्यावहारिक हो सकते हैं. इससे आपको असल दुनिया के चैलेंज को समझने का मौका मिलता है और एकेडमिक क्रेडिट के साथ आप फील्ड का एक्सीरियंस भी मिलता है.