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War Against Terror: आतंकवाद के खिलाफ सीमा के उस पास और इस पार दोनों तरफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है. इसी बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना घाटी में OGWS के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है.
War Against Terror: आतंकवाद को कुचलने के लिए देश के अंदर और बाहर दोनों जगह आतंकवाद विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने शत्रुतापूर्ण सीमाओं के बावजूद, एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से “सुरक्षा बलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील और रणनीतिक जानकारी” साझा करने के कथित मामले में दक्षिण कश्मीर में छापेमारी की.
OGWS पर बड़ी कार्रवाही
एसआईए के एक अधिकारी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस घाटी में सक्रिय आतंकी सहयोगियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) पर निगरानी रख रही है. इसने कहा कि तकनीकी खुफिया जानकारी से पता चला है कि कश्मीर में स्लीपर सेल मॉड्यूल पाकिस्तान में सीमा पार अपने हैंडलर्स के साथ सीधे संपर्क में थे, जो व्हाट्सएप, टेलीग्राम और सिग्नल जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप के माध्यम से संवेदनशील जानकारी को उनतक कर रहे थे.
कई जिलों मे छापेमारी
एसआईए ने दक्षिण कश्मीर के चार जिलों - अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा और शोपियां में 20 से अधिक स्थानों पर छापेमारी करने के बाद कथित स्लीपर सेल मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. एसआईए ने कहा, "ये आतंकी सहयोगी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मुहम्मद के आतंकवादी कमांडरों के इशारे पर ऑनलाइन कट्टरपंथी प्रचार में भी शामिल थे, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और अखंडता के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहे थे."
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प्रारंभिक जांच में हुआ खुलासा
आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने कहा कि उसके प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि संदिग्ध "एक बड़ी आतंकवादी साजिश में सक्रिय रूप से शामिल थे. यह तलाशी एफआईआर संख्या 01/2025 के तहत दर्ज मामले की जांच के तहत की गई, जो गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की धारा 13, 17, 18, 18-बी, 38 और 39 सहित विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज की गई थी.