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वक्फ संशोधन बिल विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया गया. इस दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा किया. किरेन रिज्जू ने लोकसभा को भरोसा दिलाया है कि सरकार का किसी भी धार्मिक संस्थान में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं है.
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 बिल पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है. इस मुद्दे पर कुल 8 घंटे चर्चा होगी. केंद्रीय संसदीय मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में बिल को पेश किया है. बिल पेश करने के दौरान विपक्षी नेताओं ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया. बता दें कि वक्फ अधिनियम, 1995 में पहले भी संशोधन हो चुका है. इस कानून में 2013 में यूपीए की सरकार के समय भी संशोधन हुए थे. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि सरकार मुस्लिमों से उनके दरगाह, मस्जिद एवं अन्य संपत्तियां उनसे छीनना चाहते हैं. जबकि सरकार का कहना है कि उसका इरादा वक्फ बोर्ड के कामकाज में निष्पक्षता, पारदर्शिता लाना और उसे ज्यादा जिम्मेदार बनाना है. किरेन रिज्जु ने लोकसभा को भरोसा दिलाया कि सरकार का किसी धार्मिक संस्थान में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं है.
वक्फ संशोधन विधेयक 2025 लोकसभा में पेश हो गया है. संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने संशोधन विधेयक पेश किया. अब इस बिल पर करीब आठ घंटे तक चर्चा होगी. वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश होने के दौरान विपक्ष के हंगामा करने पर गृह मंत्री अमित शाह भड़क गए. उन्होंने कहा कि कमिटी ने विपक्ष के सुझावों को माना और उसको अब सदन में ले कर किरेन रिजिजू ले के आए. कांग्रेस के जमाने में कमिटी सिर्फ ठप्पा लगाती थी. हमारी कमिटी विचार और परिवर्तन करती है और उसके बाद बिल लेकर आती है.
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वहीं इस मामले में संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि वक्फ बोर्ड ने संसद पर भी अपना दावा ठोका था. ऐसे दावों को देखते हुए इस कानून में संशोधन करने की जरूरत पड़ी. उन्होंने आगे कहा, 'कई लोगों ने अपने अपने तरीके से बातें रखीं, किसी ने कहा ये बिल गैरकानूनी है. ये बिल कोई नया विषय नहीं है. आजादी से पहले से इसका इतिहास शुरू होता है. अगर आप सच्चे दिल से सोचते तो आप इसपर विचार करते। जो कुछ लेना देना नहीं है इस बिल में उसको लेकर लोगों को गुमराह करने का काम किया है.'
उन्होंने सभा में आलोचना करने लवालों से प्रश्न किया कि हमें चुनौती क्यों दी जा रही है जब हम सकारात्मक बदलाव लेकर आ रहे हैं? उन्होंने कहा कि जो लोग बिल का विरोध कर रहे हैं, उन्हें गिमराह किया जा रहा है और उकसाया जा रहा है. दूसरों के बहकावे में आकर ये सब करना ठीक नहीं.
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