कौन हैं Karishma Kotak? जिन्हें WCL के मालिक ने लाइव टीवी पर किया प्रपोज, बला की खूबसूरत हैं एंकर
दो EPIC नंबर वाले वोटर आईडी को लेकर बुरे फंसे तेजस्वी यादव, चुनाव आयोग ने भेज दिया नोटिस
Sugar Remedy: इस पेड़ की पत्तियों में है ब्लड शुगर कंट्रोल करने की ताकत, जानें इस्तेमाल का तरीका
IND vs ENG: अगर ड्रॉ हुई भारत-इंग्लैंड सीरीज, तो कहां रखी जाएगी एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी?
मुंबई से अहमदाबाद सिर्फ 127 मिनट में! भारत की पहली बुलेट ट्रेन को लेकर अश्विनी वैष्णव का बड़ा ऐलान
IND vs ENG: कौन है यशस्वी जायसवाल की 'रूमर्ड' गर्लफ्रेंड? जिसे ओवल में शतक के बाद दी 'Flying Kiss'?
भारत
Puri Lok Sabha Hot Seat: ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में इस बार सबसे ज्यादा चर्चा पुरी सीट की हो रही है. बीजेपी ने पिछली बार की हार के बाद भी संबित पात्रा को यहां से टिकट दिया है.
पुरी संसदीय क्षेत्र (Puri Lok Sabha Seat) ओडिशा के 21 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के आखिरी चरण में यहां मतदान होगा. इस बार फिर बीजेपी ने इस संसदीय क्षेत्र से राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा को उतारा है. 2019 में भी संबित ने यहां से चुनाव लड़ा था, लेकिन 11 हजार वोटों से उन्हें हार झेलनी पड़ी थी. इस बार भी मुख्य मुकाबला बीजेपी (BJP) और बीजेडी के बीच है. इस बार यहां पेशे से डॉक्टर संबित पात्रा के सामने पूर्व आईपीएस और मुंबई के कमिश्नर रह चुके अरूप पटनायक का मुकाबला है.
संबित पात्रा पर बीजेपी ने फिर दिखाया भरोसा
पुरी लोकसभा सीट के तहत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं. ये सीटें हैं पुरी, पिपली, नयागढ़, ब्रह्मगिरी, चिल्का, सत्याबदी और रानपुर सीट. बीजेपी और बीजेडी के बीच इस बार कांटे की टक्कर बताई जा रही है. संबित पात्रा (Sambit Patra) को एक बार फिर बीजेपी ने यहां से उतारा है. बीजेपी की रणनीति को देखते हुए बीजेडी ने उम्मीदवार बदला है और पूर्व आईपीएस अरूप पटनायक को यहां से उतारा है. मुख्य टक्कर इन्हीं दोनों के बीच मानी जा रही है.
यह भी पढ़ें: BJP प्रत्याशी के निधन के बाद मुरादाबाद में दोबारा होगा चुनाव? जानें जवाब
BJD की सेफ सीट पर सेंध लगाएगी बीजेपी?
पुरी की लोकसभा सीट को बीजेडी की सुरक्षित सीट माना जाता था, लेकिन 2019 के नतीजों ने सबको चौंका दिया. बीजेपी के तेज-तर्रार प्रवक्ता संबित पात्रा मामूली अंतर (11, 714) से हारे थे. पिनाकी मिश्रा लगातार तीसरी बार संसद पहुंचने में कामयाब रहे, लेकिन इस मामूली अंतर से हुई जीत ने बीजेडी को हैरान जरूर कर दिया. इस बार देखना है कि बीजेपी क्षेत्रीय पार्टी के मजबूत गढ़ में सेंध लगा पाती है या नहीं. 1999 से ही इस सीट पर बीजेडी का कब्जा रहा है. 1999 और 2004 में यहां से ब्रजकिशोर त्रिपाठी जीते थे और फिर 2009 से पिनाकी मिश्रा यहां से सांसद हैं.
यह भी पढ़ें: नीतीश कुमार के परिवारवाद वाले बयान पर तेजस्वी यादव का पलटवार
पुरी लोकसभा क्षेत्र की ज्यादातर आबादी ग्रामीण है और पारंपरिक तौर पर यहां बीजेडी और कांग्रेस का प्रभुत्व रहा है. इस बार यहां से दो प्रोफेशनल की टक्कर देखने को मिल रही है. संबित पात्रा अगर जीतते हैं, तो संसद में एक और डॉक्टर सांसद का इजाफा होगा. दूसरी ओर अगर अरूप पटनायक कामयाब हुए, तो पूर्व ब्यूरोक्रेट सांसदों की लिस्ट बढ़ेगी.
डीएनए हिंदी का मोबाइल एप्लिकेशन Google Play Store से डाउनलोड करें.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.