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भारत
बरेली के बेसिक शिक्षा विभाग में एक पाकिस्तानी महिला अपनी पहचान छुपा कर रह रही थी. उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से ये नौकरी हासिल की थी. फिलहाल महिला फरार है.
बरेली के प्राथमिक विद्यालय में एक बड़ फर्जीवाड़ा सामने आया है. यहां सहायक शिक्षिका बनी पाकिस्तानी नागरिक शुमायला खान फर्जी दस्तावेजों के जरिए सरकारी नौकरी हासिल कर ली. महिला अपनी पाकिस्तानी नागरिकता छुपाकर भारत के उत्तर प्रदेश के बरेली में शिक्षिका बन काम कर रही थी. हालांकि, अब महिला फरार है. मामला सामने आते ही पुलिस और प्रशासन हड़कंप मच गया है. पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया था. जिसके बाद से पुलिस एक्शन में नजर आ रही है. इसी दौरान पता चला कि शुमायला खान फरार है.
जानकारी के अनुसार, शुमायला खान ने फर्नजी दस्तावेजों के सहारे रामपुर में भारतीय मूल निवास प्रमाण बनवाकर और उसे पेश कर बरेली के फतेहगंज पश्चिमी स्थित प्राथमिक विद्यालय माधोपुर में सहायक शिक्षक पद पर वर्ष 2015 में नियुक्ति हासिल कर ली थी. बताया जा रहा है कि उसने अपनी पाकिस्तानी नागरिकता छिपाकर सरकारी नौकरी पाई हासिल की थी. लेकिन तीन महीने पहले ही इस फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ करते हुए शुमायला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था, जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया था.
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पहगाम में हुए हमले के बाद अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को भारत से निकलने के लिए कहा गया है. इसी कड़ी में पुलिस पूरे एक्शन में नजर आ रही है. देशभर से कई अवैध प्रवासी पकड़े गए हैं. इसी कड़ी में पुलिस शुमायला की तलाश में जिटी हुई है. एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि महिला की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई गई हैं. बरेली से लेकर रायपुर तक छापेमारी की जा रही है, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
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