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भारत
Indira Gandhi International Airport पर पकड़ा गया आतंकी Babbar Khalsa International और Khalistan Liberation Force से जुड़ा हुआ है.
डीएनए हिंदी: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक मोस्ट-वांटेड खालिस्तानी आतंकी कुलविदंरजीत सिंह उर्फ खानपुरिया (Kulwinderjit Singh alias Khanpuria) को दिल्ली एयरपोर्ट से उस समय दबोच लिया, जब वह बैंकॉक से वापस भारत लौट रहा था. इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Indira Gandhi International Airport) से दबोचा गया खानपुरिया 5 लाख रुपये का इनामी था और साल 2019 से फरार चल रहा था. उसे 18 नवंबर को एयरपोर्ट पर दबोचा गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी सोमवार को सार्वजनिक की गई. खानपुरिया के संबंध बब्बर खालसा इंटरनेशनल (Babbar Khalsa International) और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (Khalistan Liberation Force) जैसे कुख्यात आतंकी संगठनों से हैं.
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The arrested terrorist was involved and wanted in many terrorist cases, including conspiracy to carry out targeted killings in Punjab. He was also involved in a bomb blast case in Connaught Place, Delhi and grenade attacks in other states in the 90s.
— ANI (@ANI) November 21, 2022
पंजाब के टारगेट किलिंग मामलों में था वांटेड
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, कुलविंदरजीत कई आतंकी मामलों में शामिल रहा है और इसी कारण उस पर इनाम घोषित था. वह पंजाब में कई टारगेट किलिंग को अंजाम देने के साथ ही नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में हुए बम धमाके में भी शामिल रहा है. इसके अलावा 90 के दशक में उसने कई अन्य राज्यों में भी ग्रेनेड अटैक को अंजाम दिया है. जांच में यह भी सामने आया है कि डेरा सच्चा सौदा (Dera Sacha Sauda) से जुड़े संस्थानों के साथ ही पंजाब में पुलिस से जुड़े लोगों को टारगेट बनाकर निशाना बनाने की साजिश में खानपुरिया ही मेन मास्टरमाइंड रहा है.
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पूरे देश में आतंक फैलाना था मकसद
NIA के मुताबिक, खानपुरिया ने चंडीगढ़ स्थित भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (Bhakra Beas Management Board) के सीनियर अधिकारियों को भी निशाना बनाया था. उसका मकसद पंजाब के साथ ही पूरे देश में आतंक व भय का माहौल बनाना था. इस मामले में 30 मई, 2019 को अमृतसर स्थित पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया था. इसके बाद 27 जून, 2019 को NIA ने केस को दोबारा दर्ज किया था, जिसमें खानपुरिया के साथ ही उसके भारत व विभिन्न देशों में मौजूद हैंडलर्स व एसोसिएट्स को भी आरोपी बनाया गया. ये सब मिलकर भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. NIA के मुताबिक, केस दर्ज होने पर खानपुरिया भागने में सफल हो गया.
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पाकिस्तान में बैठे लखबीर सिंह का बन गया साथी
NIA के मुताबिक, विदेश में रहने के दौरान कुलविंदरजीत ने पहले हरमीत उर्फ PHD से दोस्ती बढ़ाई. इसके बाद आजकल वह पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ISYF के चीफ लखबीर सिंह रोहड़ का साथी बना हुआ था और भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने की तैयारी में था.
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इंटरपोल ने जारी कर रखा था रेड कॉर्नर नोटिस
खानपुरिया को NIA स्पेशल कोर्ट ने प्रोक्लेमड ऑफेंडर घोषित किया हुआ है. इसी कारण उसके खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर (LOCu) जारी किया गया था. इसके आधार पर इंटरपोल (Interpol) ने भी उसे पकड़ने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) जारी कर रखा है. NIA ने कुलविंदरजीत सिंह की सूचना देकर उसे गिरफ्तार करवाने वाले के लिए 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा कर रखी थी. उसके खिलाफ 21 नवंबर, 2019 को भगोड़ा रहने के दौरान ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई थी. उसके चार साथी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनके कब्जे से बड़े पैमाने पर हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया था.
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