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बेंगलुरु में 4 जून को RCB की विक्ट्री परेड के दौरान मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. कर्नाटक सरकार ने इस भगदड़ की रिपोर्ट बना ली है. इस भगदड़ का ठीकरा सरकार ने RCB पर फोड़ा है.
3 जून को IPL 2025 खेला गया. 18 साल में पहली बार विराट कोहली की टीम रॉयल चार्जर्स बेंगलुरु (RCB) ने खिताब जीता. RCB और कोहली फैन्स के लिए ये एक बड़ी जीत थी. 4 जून को बेंगलुरु में विक्ट्री परेड आयोजित की गई. इस विक्ट्री परेड में भगदड़ मची और 11 लोगों की मौत हो गई. इस भगदड़ में 50 से ज्यादा लोगों की मौत भी हो गई थी. अब कर्नाटक सरकार ने इस भगदड़ का जिम्मेदार RCB को माना है. कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB ने विक्ट्री परेड का आयोजन किया, इसके लिए फ्रेंचाइज़ी ने न तो बेंगलुरु पुलिस से परमिशन ली और न ही उनसे इस बारे में कोई चर्चा की. कर्नाटक हाईकोर्ट के आदेश के बाद ये रिपोर्ट प्रकाशित कर दी गई है.
- कर्नाटक सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, RCB ने विक्ट्री परेड के लिए पुलिस से परमिशन नहीं ली थी. रिपोर्ट के मुताबिक, आरसीबी प्रबंधन ने 3 जून को RCB के टाइटल जीतने के बाद पुलिस से संपर्क किया और बताया कि वो विक्ट्री परेड कर सकते हैं. कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए अनुमति नहीं ली गई. न ही स्पष्ट रूप से पुलिस को ये बताया गया कि वो विक्ट्री परेड कर रह हैं. नियम के मुताबिक, कम से कम सात दिन पहले इस तरह की परमिशन ले ली जानी चाहिए.
- रिपोर्ट में कहा गया कि पुलिस को इस संबंध में कोई ऐप्लिकेशन नहीं दिया गया था. कर्नाटक स्टेट क्रिकेट असोसिएशन ने 3 जून को शाम करीब साढ़े 6 बजे परमिशन मांगी, लेकिन इस संबंध में पर्याप्त जानकारी नहीं दी गई थी कि लगभग कितने लोग इकट्ठे होंगे, क्या व्यवस्था रहेगी, RCB जीतेगी तो क्या होगा, हारेगी तो क्या होगा आदि... इस वजह से कब्बन पार्क पुलिस थाने के PI ने परमिशन नहीं दी थी.
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- रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस से पूछे बिना ही RCB ने अगली सुबह 7.01 बजे अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर विक्ट्री परेड की जानकारी पोस्ट कर दी. इसमें कहा गया कि परेड में कोई भी शामिल हो सकता है और एंट्री फ्री रहेगी. पोस्ट में बताया गया कि विक्ट्री परेड विधान सौध (कर्नाटक विधानसभा) से शुरू होकर चिन्नास्वामी स्टेडियम तक जाएगी. रिपोर्ट में कहा गया कि इसके बाद सुबह 8 बजे फिर से ऐसी ही पोस्ट की गई. सुबह 8:55 पर विराट कोहली का एक वीडियो RCB के हैंडल से पोस्ट किया गया जिसमें उन्होंने कहा कि टीम बेंगलुरु की जनता के साथ जीत का जश्न मनाना चाहती है. शाम सवा तीन बजे फिर से इस संबंध में पोस्ट किया गया. बताया गया कि विक्ट्री परेड शाम 5 बजे से 6 बजे तक चलेगी और उसके बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम ने जश्न मनाया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, इस पोस्ट में पहली और इकलौती बार ये बताया गया कि लिमिटेड एंट्री होगी और फ्री पास shop.royalchallengers.com से खरीदे जा सकेंगे.
- कर्नाटक सरकार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि RCB के पोस्ट्स को कुल मिलाकर 44 लाख व्यूज़ मिले. इसके चलते 3 लाख से ज्यादा लोग जमा हो गए. भीड़ की संख्या का अनुमान लगाने के लिए कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु मेट्रो के आंकड़ों का इस्तेमाल किया. रिपोर्ट में कहा गया कि बेंगलुरु मेट्रो से आम दिनों में औसत 6 लाख लोग सफर करते हैं. 4 जून को 9.66 लाख लोगों ने मेट्रो से सफर किया. इस आधार पर और पैदल आए लोगों को जोड़ दिया जाए तो 3 लाख से ज्यादा लोग परेड में शामिल होने पहुंचे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ी संख्या में लोग HAL Airport से Taj West End के रास्ते में इकट्ठे हुए थे. RCB टीम की झलक पाने के लिए करीब 14 किलोमीटर लंबे रास्ते पर लोग इकट्ठे हुए थे. इस भीड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की गईं, जिससे माहौल बना और लोगों की संख्या और बढ़ गई. रिपोर्ट में कहा गया कि अचानक इकट्ठा हुए इतने लोगों को संभालने के लिए बड़ी संख्या में फोर्स की ज़रूरत पड़ती. लेकिन आयोजकों की खराब प्लानिंग और पुलिस को ज़रूरी जानकारी नहीं दे पाने में असमर्थता के चलते ये हादसा हुआ.
- रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि विक्ट्री परेड को कैंसिल करने पर विचार हुआ, लेकिन विक्ट्री परेड को अचानक रोकने पर भीड़ के नाराज़ होने की आशंका थी. नाराज़ भीड़ के हिंसक होने आशंका थी जिसके चलते और बड़ा हादसा हो सकता ता. इसे ध्यान में रखते हुए विक्ट्री परेड को रद्द नहीं किया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, 4 जून को चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए थे. 35 हजार की कैपेसिटी वाले स्टेडियम में जाने के लिए 3 लाख से ज्यादा लोग इकट्ठे हो गए थे. स्टेडियम के एंड्री गेट्स पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. दोपहर सवा तीन बजे RCB ने पहली बार ये जानकारी दी कि एंट्री लिमिटेड होगी और फ्री पास ऑनलाइन खरीदे जा सकेंगे. इस वजह से वहां मौजूद लोगों में कन्फ्यूज़न और बेचैनी बढ़ गई. लोग तब ज्यादा व्याकुल हो गए जब आयोजकों ने तय समय पर स्टेडियम के गेट नहीं खोले. इस वजह से लोग धक्का-मुक्की करके घुसने की कोशिश करने लगे. इस धक्का-मुक्की के चलते भगदड़ मची और 11 लोगों की मौत हो गई. इस भगदड़ में 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
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