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सेहत
सोते हुए पैरों में दर्द, बेचैनी या सुन्नाहट का महसूस होना आपकी नींद को तो खराब करता ही है, शरीर में पल रही 11 बीमारियों के प्रति भी आगाह कर रहा होता है.
डीएनए हिंदीः रात में सोने के लिए बिस्तर में लेटते ही पैरों में असहजता महसूस होना बेहद गंभीर बात है. इससे न केवल आपकी रात की नींद डिस्टर्ब होती है बल्कि ये 11 बीमारियों का भी संकेत है.
रात में होने वाले इस पैर दर्द को रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (आरएलएस) के नाम से जाना जाता है जो असल में एक विलिस-एकबॉम रोग है. ये न्यूरो संबंधी बीमारी होती है. ये कई बीमारियों का लक्षण है. इस बीमारी में मरीज चलते-फिरते तो ठीक महसूस करता है लेकिन सोते ही उसके पैर में फटन-दर्द या संवेदनशीलता बढ़ जाती है जिससे पैरों को हिलाने या पटकना पड़ता है. इससे नींद पर असर पड़ता है.
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बेचैन पैर सिंड्रोम के लिए कई कारण हो सकते हैं
कुछ लोगों में आरएलएस विकसित होने का जोखिम अधिक होता है. उदाहरण के लिए वृद्ध वयस्कों और महिलाओं में दूसरों की तुलना में आरएलएस होने की संभावना अधिक होती है. आरएलएस के लिए अन्य जोखिम कारकों में शामिल हैं:
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इन कारणों से आपके पैर में दर्द रात में सोते समय ही सबसे ज्यादा होगा तो बिना देरी जांच करा कर इलाज शुरू कर दें.