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सेहत
अगर आपके सीने में कफ या बलगम जम गया है तो आपके लिए 5 बेस्ट होम रेमेडीज लाए हैं जो सालों से जमी लंग्स की गंदगी को साफ कर सकते हैं.
डीएनए हिंदी: हवा में तैरते विभिन्न वायरस, बैक्टीरिया और धूल के कणों से फेफड़े क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. सारी अशुद्धियां और प्रदूषण सांस के माध्यम से सीधे फेफड़ों तक पहुंचती है. और यहीं से शुरू होती है सांस संबंधी सभी बीमारियां. धूम्रपान सिर्फ प्रदूषण या कीटाणुओं के कारण ही नहीं, बल्कि फेफड़ों से जुड़ी और कई बीमारियां भी सीने में जकड़न या बलगम की वजह बनती हैं.
फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए दैनिक आहार में कुछ बदलाव जरूरी हैं. नियमित रूप से कुछ पेय पीने से फेफड़ों से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल सकते हैं और आपके छाती को नई जान मिल भी मिलेगा
चमेली चाय
चमेली चाय का स्वाद मीठा और मिट्टी जैसा होता है. चमेली में थियोफिलाइन होता है जो एक ब्रोन्कोडायलेटर दवा है जो फेफड़ों में वायुमार्ग को खोलने के लिए ली जाती है और इसलिए अस्थमा के लक्षणों, जैसे घरघराहट, खांसी और सांस फूलना से राहत देती है. इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-गठिया गुण होते हैं तो इसे पीना आपके सीने को नई जान दे सकता है.
पीली अदरक वाली चाय
हल्दी और अदरक दोनों ही औषधीय गुणों से भरपूर हैं. सर्दी या खांसी होने पर अदरक बहुत फायदेमंद होता है. साबुत अदरक चबाने से श्वसन तंत्र को आराम मिलता है. हल्दी और अदरक को एक साथ मिलाने पर एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण मिलते हैं, जो फेफड़ों की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं. आप सुबह चाय में अदरक और कच्ची हल्दी मिलाकर पी सकते हैं. फेफड़ों में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए यह ड्रिंक बहुत उपयोगी है.
गाजर का रस
गाजर के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. लेकिन यह आंखों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद है. इसलिए डॉक्टर कहते हैं कि आंखों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से गाजर का सेवन करें. इसके अलावा विटामिन ए से भरपूर गाजर फेफड़ों को भी साफ रखती है और श्वसन संक्रमण के खतरे को कम करती है. रोजाना गाजर का जूस पीने से फेफड़े प्रदूषण से मुक्त रहते हैं, श्वसन तंत्र भी मजबूत होता है.
शहद और नींबू पानी
वजन घटाने के लिए नींबू शहद पानी का कोई विकल्प नहीं है. बहुत सारे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग जागते हैं और इस पेय को पीते हैं. यह पेय शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में भी उतना ही प्रभावी है. आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए इस पेय का सेवन भी कर सकते हैं. नींबू शहद पानी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फेफड़ों को स्वस्थ रखते हैं और उनके कार्य में सुधार करते हैं.
पुदीना चाय
फेफड़ों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए पुदीने की चाय सबसे अच्छा पेय है. पुदीने की चाय में एंटीऑक्सीडेंट और सूजन रोधी गुण होते हैं. जो फेफड़ों को रोगज़नक़ों से बचाता है और फेफड़ों को साफ़ रखता है.