हसन नसरल्लाह की मौत, अब कौन संभालेगा हिजबुल्लाह की कमान सामने आए दो नाम
तलाक के बाद ऐसी हो गई है सानिया मिर्जा की लाइफ
Cyclone Helene Updates: US पर टूटा 'हेलेन' का भयानक कहर, 1 महीने के जुड़वां बच्चों समेत 49 की मौत
400 करोड़ कमाई और 70 करोड़ का बजट, इस Pakistani फिल्म को भारत में क्यों नहीं मिल रही एंट्री?
Alia Bhatt ने पति Ranbir Kapoor के बर्थडे पर लुटाया प्यार, बेटी राहा संग शेयर की अनसीन फोटो
MP News: मध्य प्रदेश के इस धाम के लड्डू की शुद्धता पर उठे सवाल, भक्तों ने कहा- 'अजीब महक आती है'
डाइनिंंग टेबल पर गलती से भी न रखें ये चीजें, दाने दाने को हो जाएंगे मजबूर
शाहरुख खान-सलमान खान के साथ काम कर चुकी है ये एक्ट्रेस, है 4600 करोड़ नेटवर्थ
सुबह खाली पेट कच्चा लहसुन खाने के क्या हैं फायदे, बस इस मात्रा में करें सेवन
तिरुपति विवाद के बीच अब अयोध्या पर भी खडे़ हुए सवाल, जांच के लिए भेजा गया रामलला के प्रसाद का सैंपल
Drinking Water Facts: खड़े होकर पानी पीने से खराब हो जाते हैं घुटने? जानें सच है या झूठ
सोनीपत में अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से 3 मजदूरों की मौत, 7 घायल
'लोगों को बेवकूफ बना रही है ECB...' IPL के पूर्व चैयरमैन ने इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्ड पर लगाए आरोप
Saif Ali Khan ने Adipurush विवाद पर तोड़ी चुप्पी, Tandav सीरीज पर भी कही ये बात
बेटे के जन्म के 4 महीने बाद Yami Gautam ने की काम पर वापसी, पोस्ट कर शेयर किया अपडेट
आंखों की रोशनी धीरे-धीरे हो रही है कम, तो Eyesight बढ़ाने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय
TATA ग्रुप के इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में लगी भीषण आग, काले धुएं से ढका आसमान
सरफराज खान के भाई का एक्सीडेंट, सड़क हादसे में घायल हुए मुशीर खान; इस टूर्नामेंट से हुए बाहर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ इस मामले में दर्ज होगी FIR, अदालत ने पुलिस को दिया आदेश
बदलते मौसम में बच्चे हैं खांसी-जुकाम से परेशान तो अपनाएं ये देसी इलाज, तुरंत मिलेगा आराम
Kulgam Encounter: कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी, सेना के 3 जवान घायल
नाम लूंगा तो हेडलाइन बन जाएगी... Virat ,Dhoni और Rohit के सवाल पर युवराज ने अपने बयान से चौंकाया
Ranbir Kapoor की बर्थडे पार्टी में पहुंचे सितारे, आकाश अंबानी से अर्जुन कपूर तक ने की शिरकत
BJP पार्षद ने मेरठ नगर निगम में अधिकारियों कर दिया श्राद्ध-तर्पण, वजह जान चौंक जाएंगे आप
डायबिटीज मरीजों के लिए संजीवनी बूटी है ये हरा पत्ता, Blood Sugar लेवल रखता है कंट्रोल
Swara Bhaskar के पति और SP लीडर फहाद अहमद लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, इस सीट से मिलेगा टिकट
कौन हैं Bhavika Mangalanandan, जिन्हें चुना गया भारतीय मिशन का नेता
Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में आई तेजी, दिसंबर तक पूरा हो सकता है काम
कमला हैरिस या ट्रंप, कौन होगा US का अगला राष्ट्रपति? अमेरिकी सट्टा बाजार ने कर दी भविष्यवाणी
IND vs BAN Test: कानपुर टेस्ट में आज भी बारिश डालेगी बाधा? जानिए कैसा रहेगा मौसम का मिजाज
JR NTR से Saif Ali Khan तक, जानें Devara Part 1 के लिए स्टार्स ने ली कितनी फीस
Crime News: 30 साल पहले लापता हुआ पिता, घर के आंगन में मिला कंकाल, जानें क्या है पूरा मामला
Delhi Suicide Case: 4 बेटियों के साथ पिता ने की खुदकुशी, दिल्ली में आत्महत्या का दर्दनाक केस
Aishwarya-Aaradhya से Ananya Panday तक, IIFA Awards में इन हसीनाओं ने बिखेरा जलवा
kidney Damage Causes: इन 5 आदतों के चलते ही होती है किडनी खराब, शरीर में भरने लगता है गंदा पानी?
Aaj Ka Mausam: कब होगी मानसून की फाइनल विदाई, महाराष्ट्र को मिलेगी राहत? Delhi-NCR का हाल भी जानें
UNGA में गिड़गिड़ाया पाक, Shehbaz Sharif ने बताया किस बात को लेकर उड़ा रखी है भारत ने उनकी नींद
Zomato की को-फाउंडर Akriti Chopra ने दिया इस्तीफा, 13 साल बाद अचानक छोड़ी कंपनी
Mouni Roy ने कुछ इस तरह की बर्थडे सेलिब्रेशन की शुरुआत, मालदीव में रेड बिकनी में ढाया कहर
Diwali और Chhath Puja पर भी मिलेगा टिकट, Indian Railway ने किया ये खास इंतजाम
शरीर में बार-बार बढ़ रहा कोलेस्ट्रॉल लेवल तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, तुरंत मिलेगा आराम
Delhi में फिल्मी अंदाज में बरसाईं गोलियां, कार शोरूम पर 24 फायर से थर्राया इलाका
Hairfall और डैंड्रफ का रामबाण इलाज है ये जड़ी बूटी, इस तरह करें इस्तेमाल
'भारत माता की जय कहना क्या हेट स्पीच है?' Karnataka High Court ने क्यों लगाई पुलिस को फटकार
Bihar Flood Alert : नदियां उफान पर, 13 जिलों में भीषण बाढ़ का अलर्ट, मौसम विभाग ने कही ये बात
बीमारी में नहीं दी बॉस ने छुट्टी, महिला कर्मचारी की ऑफिस में हो गई मौत
Cholesterol कम करने का ये है कारगर देसी इलाज, जानें कैसे करें इसका इस्तेमाल
ऑफिस का स्ट्रेस सेहत पर पड़ सकता है भारी, जानें कैसे करें मैनेज
अमित शाह का ‘डीलर, दलाल, दामाद’ हमला, हरियाणा चुनाव रैली में कांग्रेस पर बरसे गृहमंत्री
भारतीय पासपोर्ट पर घूम रही थीं Bangladesh की एडल्ट एक्ट्रेस, राज खुलते ही हुई गिरफ्तार
तिरुपति प्रसाद विवाद के बाद संगम नगरी के मंदिरों में बढ़ी सख्ती, बदल गए प्रसाद और चढ़ावे के नियम
कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाता है ये लाल साग, Anemia समेत ये बीमारियां होती हैं दूर
800 करोड़ का Pataudi Palace बनेगा म्यूजियम? खुद Saif Ali Khan ने बता दिया क्या है प्लान
Delhi-NCR Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, AQMC को लगाई कड़ी फटकार
Rudraksha Rules: रुद्राक्ष धारण करने के बाद इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगा नुकसान ही नुकसान
भारत
पुरानी इमारतों की ऊंची दीवारें अपने पत्थरों की हर दरार में इतिहास की अनसुनी कहानियां छुपाए हुए हैं. ये दीवारें, जो सदियों से हर चुनौतियों का सामना करती आई हैं, अब धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं. क्या आपने जानते है, क्यों?
TRENDING NOW
जलवायु परिवर्तन (Climate Change) की वजह से तापमान में दिन प्रति दिन वृद्धि हो रही हैं, बढ़ते समुद्र स्तर और बेमौसम की बारिशें हमारे ऐतिहासिक स्मारकों को गंभीर नुकसान पहुचा रही हैं. ताजमहल से लेकर खजुराहो के मंदिरों तक, ये धरोहर अब खतरे में हैं. जलवायु परिवर्तन का असर सिर्फ पर्यावरण और मानव जीवन तक ही नहीं बल्कि इसका असर अब उन सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों पर भी मंडरा रहा है जो हमारी सभ्यता की पहचान हैं. हाल ही में ब्रिटिश कंपनी क्लाइमेट एक्स ने एक रीसर्च में बताया है कि एशिया प्रशांत, उत्तरी अमेरिका और यूरोप के 50 से अधिक विश्व धरोहर स्थलों पर जलवायु परिवर्तन का गंभीर खतरा है. हैरानी की बात यह है कि इनमें से 5 धरोहरें भारत में स्थित हैं, जिनका अस्तित्व अगले 20 सालों में खत्म हो सकता है. आइए जानते हैं कि कौन-सी भारतीय धरोहरें इस संकट से जूझ रही हैं और इनका भविष्य क्या हो सकता है.
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम
सिक्किम में स्थित कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान अपनी दिलचस्प कुदरती सुंदरता और जीव विविधता के लिए विश्वप्रसिद्ध है. यह जगह UNESCO की विश्व धरोहर सूची में शामिल है. मगर बदलते मौसम और तेजी से पिघलते ग्लेशियर इस धरोहर के लिए बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं. तापमान में लगातार वृद्धि के कारण यहां के ग्लेशियर तेजी से सिकुड़ रहे हैं. इसका रीजल्ट न केवल ENVIRONMENTAL IMBALANCE हो रहा है बल्कि इस एरिया में रहने वाले वन्यजीवों (Wildlife) के आवास भी खतरे में हैं. इसके अलावा, जंगल की आग की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे यह राष्ट्रीय उद्यान गंभीर संकट का सामना कर रहा है.
कोणार्क का सूर्य मंदिर, ओडिशा
13वीं शताब्दी में बनाया गया कोणार्क का सूर्य मंदिर भारतीय Architectural कला का अद्वितीय उदाहरण है. यह मंदिर अपनी भव्यता और Architecture के लिए जाना जाता है, लेकिन यह समुद्र के किनारे स्थित होने के कारण जलवायु परिवर्तन के Side effects का शिकार हो रहा है. समुद्री जलस्तर में वृद्धि और Coastal cuts इस मंदिर की संरचना को कमजोर कर रहे हैं. नमी और अधिक बारिश के चलते मंदिर के पत्थरों में जंग लग रही है, जिससे इसकी मजबूती पर असर पड़ रहा है. यदि समय रहते समाधान नहीं निकाला गया, तो यह अनमोल धरोहर भी नष्ट हो सकती है.
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, राजस्थान
भरतपुर में स्थित केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान, जिसे भरतपुर पक्षी अभयारण्य भी कहा जाता है, सर्दियों के दौरान प्रवासी पक्षियों ( Migrated birds) का प्रमुख निवास स्थान है. इस उद्यान का नाम विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है. जलवायु परिवर्तन के कारण यहां के पर्यावरणीय परिस्थितियों में तेजी से बदलाव हो रहे हैं. जल स्रोतों की कमी और लगातार सूखे की घटनाओं ने यहां के पक्षियों की प्रवास प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव डाला है. इसके अलावा, वन्यजीवों (Wildlife) के लिए भी यह स्थिति जीवन-मरण का प्रश्न बन चुकी है.
सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान, पश्चिम बंगाल
सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान, जो विश्व का सबसे बड़ा मैन्ग्रोव वन क्षेत्र है, बाघों और दुर्लभ वन्यजीवों (Wildlife) का घर है. लेकिन यह अद्वितीय धरोहर समुद्री जलस्तर में वृद्धि, चक्रवातों की बढ़ती तीव्रता और तटीय कटाव (Coastal cuts) का शिकार हो रही है. जलवायु वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो अगले कुछ दशकों में सुंदरबन का बड़ा हिस्सा समुद्र में समा सकता है. इसके साथ ही यहां के वन्यजीवों और बायोडायवर्सिटी को भी भारी नुकसान पहुंच सकता है.
यह भी पढ़ें- गलत तरीके से छूने पर Sreelekha Mitra ने दर्ज Ranjith के खिलाफ दर्ज कराई FIR,जानें क्या है पूरा मामला
गोवा के चर्च और कॉन्वेंट
गोवा के चर्च और कॉन्वेंट भारतीय ईसाई इतिहास के अहम अंग हैं और UNESCO द्वारा इन्हें विश्व धरोहर का दर्जा मिला है. लेकिन जलवायु परिवर्तन के चलते इन ऐतिहासिक इमारतों की संरचनाओं में नमी बढ़ने से जंग और Erosion हो रहा है. साथ ही, समुद्री जलस्तर में वृद्धि के कारण तटीय क्षेत्रों पर खतरा बढ़ गया है, जिससे इन धरोहर स्थलों का बुनियादी ढांचा कमजोर हो रहा है. यदि यही स्थिति रही, तो यह धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल आने वाले समय में इतिहास के पन्नों में ही सिमट सकते हैं.
वैश्विक और स्थानीय स्तर पर तत्काल कदम
इन अनमोल धरोहरों को बचाने के लिए वैश्विक और स्थानीय स्तर पर तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. जलवायु परिवर्तन की इस गंभीर चुनौती से निपटने के लिए हमें न केवल संरक्षण के प्रयासों को तेज करना होगा बल्कि लगातार विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता भी बढ़ानी होगी. अगर समय रहते इन धरोहरों को सुरक्षित करने के कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाली पीढ़ियां सिर्फ किताबों में ही इन धरोहरों के बारे में पढ़ पाएंगी.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.