डीएनए एक्सप्लेनर
LokSabha Election 2024 Result: ऐसा दूसरी बार हुआ है जब बहुजन समाज पार्टी का खाता नहीं खुला है. इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में बीएसपी खाता नहीं खोल पाई थी. मोदी लहर में यूपी की 80 में से 73 सीटों पर एनडीए को जीत मिली थी.
चुपके से लेकिन दमदार प्रजेंस रखने वाली बहुजन समाज पार्टी बुरे दौर से गुजर रही है. वह इस लोकसभा चुनाव में कहीं से एक भी सीट नहीं जीत पाई है. अगर बीएसपी के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो यह 1989 के बाद का सबसे खराब प्रदर्शन रहा है.
मायावती अपने हाथी के साथ हमेशा ही अलग ही चलती रही हैं और चुपचाप से अपनी धमक भी दिखाती रही हैं. लेकिन 18वीं लोकसभा चुनाव के दौरान उनको अपनी अलग थलग रहने वाली चाल भारी पड़ गई है. यही वजह है कि पिछले 30 साल के अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है. दलितों और मुस्लिमों की बात करने वाली बसपा अपना जनाधार तेजी से खोती नजर आ रही है. अपनी पार्टी की इस परफॉर्मेंस के लिए मायावती का गुस्सा मुस्लिम प्रत्याशियों पर फूटा है. वह कहती हैं, 'मुस्लिम समाज को आगे पार्टी सोच समझकर देगी मौका.'
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा चुनाव में सबसे खराब रहे प्रदर्शन पर कहा है, 'मुस्लिम समाज बसपा का अंग रहा है लेकिन आगे हम इनको सोच समझकर मौका देंगे.'
बसपा मुखिया मायावती ने बुधवार को एक जारी बयान में कहा, 'मुस्लिम समाज बसपा का अंग रहा है. लेकिन पिछले कई चुनावों में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बसपा को ठीक से समझ नहीं पा रहा है. अब आगे सोच समझकर पार्टी इन्हें मौका देगी. ताकि पार्टी को भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो.'
बसपा सुप्रीमो ने आगे कहा, 'लोकसभा चुनाव का जो भी नतीजा आया है, वह लोगों के सामने है और उन्हें ही, अब देश के लोकतंत्र, संविधान और देश हित के बारे में सोचना और फैसला करना है कि यह जो चुनाव परिणाम आया है, उसका आगे उन सबके जीवन पर क्या फर्क (असर) पड़ने वाला है और उनका अपना भविष्य कितना शान्त, व सुरक्षित रह पाएगा. इस चुनाव में बसपा का अकेले ही, पार्टी से जुड़े लोगों के बलबूते पर बेहतर रिजल्ट के लिए हर मुमकिन प्रयास किया गया, जिसमें खासकर दलित वर्ग से मेरी खुद की जाति के लोगों ने वोट देकर जो अपनी अहम मिशनरी भूमिका निभाई है, मैं पूरे तहेदिल से उनका आभार जताती हूं.'
हालांकि राजनीति के जानकारों का कहना है कि INDIA और NDA से दूरी बनाना और अकेले चुनाव उतरना बसपा को भारी पड़ गया है, शायद यही वजह है कि पार्टी अबतक के सबसे खराब दौर से गुजर रही है. एक भी सीट न जीत पाना एक बात है पार्टी किसी भी सीट पर दूसरे नंबर पर भी नहीं रही है.
जानकारों का यह भी कहना है कि पार्टी का ये प्रदर्शन 1989 के प्रदर्शन से भी खराब है, जब वह पहला चुनाव लड़ी थी. तब बसपा ने 9.90% वोट हासिल किए थे और दो सीटें भी जीती थीं. इस चुनाव में बसपा को एक भी सीट नहीं मिली और वोट प्रतिशत गिरकर 9.14% रह गया.
यह भी पढ़ें: Lok Sabha Natije 2024: INDIA ब्लॉक ने कर दिया है उलटफेर, क्या होगा यदि सरकार बनाएंगे तो...?
नहीं भांप सकी बसपा अपने जमीनी हालात
18वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के दौरान देश में दो फाड़ साफ साफ दिखा था. पूरा देश INDIA और NDA के बीच ही रहा था. बसपा का अकेले चुनाव लड़ना और किसी भी गठबंधन से नहीं जुड़ना पार्टी के लिए आत्मघाती साबित हुआ और वह जमीनी हकीकत को समझने में नाकाम रही है.
चुनाव से ठीक पहले पार्टी के सभी पदों से भतीजे आकाश को हटाना भी मायावती के लिए घातक साबित हुआ. बसपा अकेले मैदान में उतरने का निर्णय 2014 में भी ले चुकी थी तब भी पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली थी जबकि 2019 में बुआ भतीजे की जोड़ी ने कमाल किया था और पार्टी को 10 सीटें भी मिली थीं.
बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को इस चुनाव में जोर-शोर से उतारा था और वो भी युवाओं के मुद्दे उठा रहे थे. उनसे युवा जुड़ भी रहे थे, लेकिन बीच चुनाव में ही उनको पद से हटा दिया. इससे युवाओं में यह संदेश गया कि पार्टी भाजपा के दबाव में काम कर रही है. इससे उसका अपना कोर वोटर भी छिटक गया.
हरदोई में 27 अप्रैल को आकास पर FIR हुई. उसके बाद उनकी रैलियां बंद कर दी गईं. बाद में उनको 8 मई को मायावती ने अपने उत्तराधिकारी और को-ऑर्डिनेटर पद से भी हटा दिया. मायावती के इस फैसले का असर चुनावी नतीजों पर साफ दिख रहा है. पहले तीन चरणों के लिए आकाश ने जनसभाएं कीं और 26 सीटों के लिए चुनाव हुआ.
बता दें कि इन सीटों में से 19 (73%) ऐसी सीटे हैं, जिन पर बसपा प्रत्याशियों को 50 हजार से अधिक और 6 (23%) पर एक लाख से अधिक वोट मिले हैं. बाद के चार चरणों में 64 सीटों पर चुनाव हुआ. इनमें से 25 (39%) सीटों पर 50 हजार से अधिक और 11 सीटों (17%) पर ही एक लाख से अधिक वोट मिले.
मायावती का यह फैसला वोटरों को नहीं भाया और वे दूसरी तरफ शिफ्ट होते गए.
पार्टी का बार बार प्रत्याशियों का बदलना भी मायावती के और पार्टी के खिलाफ गया वहीं पार्टी के बड़े नेताओं को किनारे लगाना भी जनाधार खोने के लिए काफी था. आकाश के अलावा पार्टी से अपने सबसे पुराने और विश्वासी नेता सतीश चंद्र मिश्र को पहले ही किनारे कर दिया था. अपने मौजूदा सांसदों पर पार्टी ने भरोसा नहीं किया वहीं इमरान मसूद को पार्टी में लिया, लेकिन टिकट न मिलने के कारण उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया.
यह भी पढ़ें: कभी PM बनने से रोका तो कभी प्रचार करने से... एक नजर में देखें मोदी-नीतीश का खट्टा-मीठा रिश्ता
नहीं दिखा दम
चुनाव के दौरान मायावती ने उत्तर प्रदेश में 28 सभाएं कीं जबकि आकाश ने 17 सभाएं कीं थी. सतीश मिश्र स्टार प्रचारक की लिस्ट में शामिल थे, लेकिन उनसे प्रचार नहीं करवाया. बता दें सोशल मीडिया के युग में पार्टी कहीं नजर नहीं आई. पार्टी के प्रवक्ताओं को भी हटा दिया गया.
पार्टी में इन खामियों के साथ साथ टिकट बंटवारे में भी काफी कन्फ्यूजन देखने को मिला. अमूमन देखा जाता रहा है कि पार्टी चुनाव की तारीख आने से पहले ही अपने प्रत्याशियों के नाम डिक्लियर कर देती थी लेकिन इस चुनाव में आखिर आखिर तक प्रत्याशियों को टिकट आवंटन के बाद भी बदला जाता रहा. नोएडा, मुरादाबाद, कन्नौज, बंदायु, रामपुर, मेरठ जैसी सीटों पर बार बार प्रत्याशी बदले गए.
यह दूसरी बार है जब बहुजन समाज पार्टी का खाता नहीं खुला है पहली बार 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी खाता नहीं खोल पाई थी. मोदी लहर में यूपी की 80 में से 73 सीटों पर एनडीए को जीत मिली थी. वहीं, सपा 5 और कांग्रेस 2 सीटों पर जीती थी. तब भी पार्टी का वोट शेयर 19.77 फीसदी था.
पार्टी का पहले चुनाव से अब तक कैसा रहा है जनाधार
1989 में 2 सीटें मिलीं, वोट परसेंटेज 9.90% रहा
1991 में 1 सीट जीती ,वोट परसेंटेज 8.70% रहा
1996 में 6 सीटें,वोट परसेंटेज 20%रहा
1998में 4 सीटें,वोट परसेंटेज 20.90%रहा
1999 में14 सीटें,वोट परसेंटेज 22.80%रहा
2004 में10 सीटें,वोट परसेंटेज 22.17%रहा
2009में 20सीटें,वोट परसेंटेज 27.42%रहा
2014 में0सीटें,वोट परसेंटेज 19.77%रहा
2019में 10 सीटें,वोट परसेंटेज19.43%रहा
2024 में 0 सीट,वोट परसेंटेज 9.15%रहा
2017 के विधानसभा चुनावों में जब उसने 19 सीटें जीतीं, तो उसे 22.23 फीसदी वोट मिले थे. हालांकि हाथी के पांव तो यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में ही उखड़ गए थे. बसपा ने प्रदेश की 403 सीटों में से केवल 1 सीट पर जीत हासिल की थी. और इसका वोट शेयर 12.9 फीसदी था, जो यूपी में जाटव वोट बैंक के आसपास था.
उत्तर प्रदेश में दलितों की आबादी 21 फीसदी के लगभग है और ऐसा माना जाता रहा है कि मायावती का कैडर इधर उधर नहीं जाता है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा ने सपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और बुआ भतीजे पर कई मीम्स भी बने थे. इस चुनाव में अखिलेश यादव ने बुआ मायावती से आगे बढ़कर हाथ मिलाया था तब पार्टी को 10 सीटें तो मिली थीं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
IIT खड़गपुर से बीटेक, टाटा स्टील में किया काम, जानें गाजियाबाद के DM को UPSC में मिली थी कितनी रैंक?
Health Tips: रात को सोने से पहले ये 6 काम कभी न करें, नींद और सेहत दोनों हो जाएंगी खराब
एक्टिंग छोड़ की UPSC की तैयारी, हुईं 5 बार फेल, फिर बनीं IAS Officer
Aashiqui स्टार Rahul Roy की बहन बनी ब्रह्मचारिणी, प्रियंका रॉय की जगह अब इस नाम से जानी जाएंगी मॉडल
Jasleen Royal का फैंस ने तोड़ा दिल, Coldplay में खराब परफॉर्मेंस की ट्रोलिंग पर सिंगर के निकले आंसू
टैरिफ से टेंशन में आए 50 से ज्यादा देश, बाजार में उथल-पुथल, पर डोनाल्ड ट्रम्प अपने फैसले पर अडिग
क्या Jawan डायरेक्टर Atlee की फिल्म में Allu Arjun संग दिखेंगी Priyanka Chopra? जानें यहां
Uttarakhand News: जली हुई कार में महिला का शव मिलने से सनसनी, कर्नाटक की गाड़ी के अंदर मिली सड़ी लाश
SRH VS GT: गुजरात टाइटंस की जीत में ये 5 खिलाड़ी बने हीरो, मोहम्मद सिराज ने मचाया तांडव
IPL 2025 में Mohammed Siraj ने रचा इतिहास, जसप्रीत बुमराह की इस खास लिस्ट में हो गए शामिल
'इकोनॉमिक्स के छात्र से पूछ लीजिए', तमिलनाडु के फंड को लेकर चिदंबरम ने PM मोदी से क्यों कहा ऐसा
MI में Bumrah की वापसी से उत्साहित हुए पोलार्ड, गोद में उठाकर किया कुछ ऐसा, घबरा गए फैंस...
7 अप्रैल को ही क्यों मनाते हैं World Health Day? इस साल किस ओर रहेगा फोकस, जानें क्या है थीम
World Health Day 2025: लिवर में फैट भर देंगी आपकी ये आदतें, ये लक्षण दिखें तो हो जाएं अलर्ट
विराट कोहली को मिला टी20 विश्व कप का इनाम, कीमत जान उड़ जाएंगे होश; देखें VIDEO
IPL 2025 : RCB vs MI मैच से पहले Virat ने की मन की बात, बताया Rohit संग कैसे बीते 17 साल...
इन जड़ी-बूटियों में छिपा है Uric Acid का पक्का इलाज, जोड़ों के दर्द से भी मिलेगी राहत
दिल्ली-एनसीआर के लिए आफत! लू चलने का येलो अलर्ट जारी, उत्तर भारत को भी तपायेगा Heatwave का असर
बिना अंडरवियर पहने घर से निकले तो होगी जेल... जानिए इस देश में 5 अजीबोगरीब नियम
आंखों की रोशनी कम लेकिन विजन था साफ, लगातार 8 घंटे पढ़ाई कर JEE में लाए तीसरी रैंक
IPL 2025: RCB से मैच के पहले Bumrah की वापसी को MI ने बनाया भव्य इवेंट, क्या बदल पाएंगे समीकरण?
MI vs RCB: मुंबई और बेंगलुरु के मैच में ये 5 खिलाड़ी मचाएंगे तहलका, वानखेड़े में होगी रनों की बारिश
भारत के सबसे अमीर टीचर, कभी कमाते थे ₹5000 बाद में ठुकरा दी 75 करोड़ की जॉब
MI vs RCB Weather Report: एमआई और आरसीबी के मैच में बारिश करेगी खेला! जानें कैसा रहेगा मुंबई का मौसम
IPL 2025: Retirement होगा या नहीं...? Dhoni ने पॉडकास्ट में Raj Shamani को बताया A to Z!
SBI PO Prelims Result: एसबीआई पीओ प्रीलिम्स एग्जाम के नतीजे जारी, sbi.co.in से ऐसे करें चेक
KCET Admit Card 2025: केसीईटी एडमिट कार्ड जारी, cetonline.karnataka.gov.in से यूं करें डाउनलोड
IPL 2025: क्या RR के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे Jofra Archer? फॉर्म से मिल रहे हैं 'शुभ' संकेत!
Khus Sharbat: भयंकर गर्मी में लू से बचाएगा खस से बना ये टेस्टी शरबत, मिलेंगे 5 गजब के फायदे
Jacqueline Fernandez की मां की मौत, अचानक हुए हादसे से टूटी एक्ट्रेस
Blood Group Disease Risk: अपने ब्लड ग्रुप से जानिए आपको किन बीमारियों का भविष्य में हो सकता है खतरा
CID के Acp Pradyuman की मौत हुई कंफर्म, Sony TV ने दिया बड़ा अपडेट, फैंस हुए इमोशनल
Diabetes का फ्री इलाज! सुबह-सुबह चबाकर देखें ये पत्तियां, कंट्रोल में आ जाएगा Sugar Level
Low BP से थका-थका रहता है शरीर? ये फल शरीर में भरेंगे एनर्जी, Blood Pressure होगा नार्मल
Health News: कैंसर का कारण बन रही युवाओं की लापरवाही, इन कारणों से तेजी से बढ़ रहे मामले
Race 4 को लेकर आया बड़ा अपडेट, Saif Ali Khan के साथ ये एक्टर मचाएगा धमाल, जानें डिटेल्स
God Idol In Car: कार के डैशबोर्ड पर भगवान की मूर्ति रखना सही है या गलत? जानें क्या है वास्तु नियम
Uniform Civil Code: 'अब देश में UCC लागू करने का समय..', कर्नाटक हाईकोर्ट ने क्यों की ये टिप्पणी
IIT कानपुर से बीटेक, JNU से M.Phil, जानें नोएडा के DM को UPSC में मिली थी कितनी रैंक
शाही घराने के इस एक्टर को बनना था IAS लेकिन फिल्मों में की एंट्री और फिर....
AP Inter Results 2025: BIEAP फर्स्ट और सेकेंड ईयर के नतीजे कब होंगे जारी? जानें डिटेल्स
रामनवमी पर PM Modi करेंगे नए पंबन ब्रिज का उद्घाटन, जानिए भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट पुल की खासियतें
मुंहासे और दाग-धब्बों का इलाज करने से पहले जान लें इसके कारण, इन वजहों से होती हैं Skin Problems
Mahabharata Warrior Zodiac: क्या आप जानते हैं कि महाभारत में आपकी राशि किस योद्धा से मेल खाती है?
Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि के बाद कलश, चावल और नारियल का क्या करना चाहिए?
Ram Navami 2025: आज राम नवमी पर जान लें क्या करें, क्या नहीं, क्या है पूजा का सबसे शुभ समय?
Noida Crime News: पति को भाभी के साथ बिस्तर पर देख, दो बच्चों के साथ पत्नी ने उठाया भयानक कदम
PBKS vs RR: राजस्थान रॉयल्स की जीत में चमके ये 5 खिलाड़ी, पंजाब किंग्स को घर पर दी पटखनी
करोड़ों कमाने वाली Farah Khan को जब सास ने सिलबट्टे पर मसाले पीसने को कहा, सुनकर ऐसा था रिएक्शन
चेपॉक में फिर शर्मसार हुई CSK, कप्तान Gaikwad ने कहा तो बहुत कुछ, लेकिन कुछ नया नहीं कहा!
चेपॉक में CSK के खिलाफ दिखा KL Rahul का दम, खेली ऐसी इनिंग, DC के फैंस हुए बम-बम!
Rashifal 06 April 2025: आज इन राशि के जातकों को मिलेगा आशा से अधिक लाभ, पढ़ें अपना राशिफल
IPL 2025: Dhoni के Retirement का था शोर, CSK ने शेयर किया Meme, सबकी बोलती हुई बंद...
Agra में चार दुकान अचानक ढही, 5 लोग बचाए गए, 2 अब भी मलबे में दबे, जानें कैसे हुआ हादसा