Zomato की को-फाउंडर Akriti Chopra ने दिया इस्तीफा, 13 साल बाद अचानक छोड़ी कंपनी
Mouni Roy ने कुछ इस तरह की बर्थडे सेलिब्रेशन की शुरुआत, मालदीव में रेड बिकनी में ढाया कहर
Diwali और Chhath Puja पर भी मिलेगा टिकट, Indian Railway ने किया ये खास इंतजाम
शरीर में बार-बार बढ़ रहा कोलेस्ट्रॉल लेवल तो अपनाएं ये घरेलू नुस्खे, तुरंत मिलेगा आराम
Delhi में फिल्मी अंदाज में बरसाईं गोलियां, कार शोरूम पर 24 फायर से थर्राया इलाका
Hairfall और डैंड्रफ का रामबाण इलाज है ये जड़ी बूटी, इस तरह करें इस्तेमाल
'भारत माता की जय कहना क्या हेट स्पीच है?' Karnataka High Court ने क्यों लगाई पुलिस को फटकार
Bihar Flood Alert : नदियां उफान पर, 13 जिलों में भीषण बाढ़ का अलर्ट, मौसम विभाग ने कही ये बात
बीमारी में नहीं दी बॉस ने छुट्टी, महिला कर्मचारी की ऑफिस में हो गई मौत
Cholesterol कम करने का ये है कारगर देसी इलाज, जानें कैसे करें इसका इस्तेमाल
ऑफिस का स्ट्रेस सेहत पर पड़ सकता है भारी, जानें कैसे करें मैनेज
अमित शाह का ‘डीलर, दलाल, दामाद’ हमला, हरियाणा चुनाव रैली में कांग्रेस पर बरसे गृहमंत्री
भारतीय पासपोर्ट पर घूम रही थीं Bangladesh की एडल्ट एक्ट्रेस, राज खुलते ही हुई गिरफ्तार
तिरुपति प्रसाद विवाद के बाद संगम नगरी के मंदिरों में बढ़ी सख्ती, बदल गए प्रसाद और चढ़ावे के नियम
कमजोर हड्डियों को मजबूत बनाता है ये लाल साग, Anemia समेत ये बीमारियां होती हैं दूर
800 करोड़ का Pataudi Palace बनेगा म्यूजियम? खुद Saif Ali Khan ने बता दिया क्या है प्लान
Delhi-NCR Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, AQMC को लगाई कड़ी फटकार
Rudraksha Rules: रुद्राक्ष धारण करने के बाद इन बातों का रखें ध्यान, वरना होगा नुकसान ही नुकसान
Fatty Liver के संकेत हो सकते हैं चेहरे पर नजर आने वाले ये बदलाव, न करें इग्नोर
Indira Ekadashi 2024: इंदिरा एकादशी पर भूलकर भी न करें ये 5 काम, वरना छीन जाएगी घर की सुख शांति
UP News: सास का शव लेकर दामाद पहुंचा बैंक, भरने लगा विड्रॉल फॉर्म
भांग का मजा बना सजा, ब्रिटिश इन्फ्लुएंसर को ले जाना पड़ा अस्पताल, वायरल हुआ Video
कांग्रेस छोड़ BJP में आए विधायकों का गोमूत्र और गंगाजल से हुआ शुद्धिकरण, जानें पूरा मामला
IPL 2025: संन्यास लेने के कुछ घंटों बाद Dwayne Bravo की वापसी, IPL में KKR से जुड़े
UP News: कांस्टेबल बनकर धमकाती थी महिला, सबके सामने खुल गई पोल, जानें पूरी बात
Dussehra 2024 Date: अक्टूबर माह में इस दिन है दशहरा, जानें तिथि, तारीख से लेकर पूजा विधि और महत्व
Healthy Diet: सफेद नहीं, डाइट में शामिल करें ये 3 तरह के चावल, सेहत को मिलेंगे ढेरों फायदे
UP News: बुलंदशहर में बाप-बेटे के रिश्ते पर सवाल, नाबालिग ने चाकू मारकर की पिता की हत्या
चंदेरी की साड़ियां क्यों हैं फेमस? श्री कृष्ण से जुड़ा है रहस्य
सुबह 5 बजे उठने से शरीर को मिलते हैं कमाल के फायदे, अपने डेली रूटीन में शामिल करें ये आदत
UP News: ताजमहल में बढ़ता जा रहा बंदरों का आतंक, भगाने के लिए हो रहा 'लंगूर' का प्रयोग
भारत की औसत उम्र में इजाफा, 24 से बढ़कर इतनी हुई आयु, जानें पूरी बात
क्या Israel ने Lebanon में युद्ध खत्म करने का सर्वोत्तम अवसर नष्ट कर दिया?
Turmeric Water या हल्दी वाला दूध, क्या है सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद?
Hathras Crime News: अंधविश्वास ने ली मासूम की बलि, तरक्की के लिए बच्चे की जान ली
UP News: पत्नियों से परेशान पति पहुंचे मानवाधिकार आयोग, 22 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज
दिल्ली में रिमोट से बैंक दहलाने की कोशिश, 10 लाख की फिरौती न देने पर ब्लास्ट की धमकी
क्या प्यार में वाकई उड़ जाती है नींद? जानें ऐसा क्यों कहते हैं लोग और इसकी वजह
Lucknow News: रात में सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करनेवालों की अब खैर नहीं, चुकानी होगी मोटी रकम
OIC का कश्मीर पर विवादित बयान, भारत ने जताया कड़ा विरोध
Unhealthy lungs की निशानी हैं शरीर में दिखने वाले ये संकेत, भारी पड़ सकती है अनदेखी
खजूर ही नहीं इसके बीज भी हैं सेहत के लिए फायदेमंद, जानें कैसे करें सेवन
इन चीजों से बने बर्तन में पानी पीने से खत्म होंगे ग्रहदोष, मिलेगा पैसा और सुख
Devara के ओपनिंग डे पर JR NTR के फैंस को लगा जोर का झटका, मेकर्स ने कही दी बड़ी बात
पंजाब में चाइल्ड पोर्नोग्राफी रैकेट का पर्दाफाश, पुलिस ने एक को दबोचा, 54 अन्य जांच के घेरे में
Delhi: कमिश्नर और मेयर के हक की लड़ाई जारी, जानें चुनाव टलने के पीछे की बड़ी वजह
Make UP Tips: होठों को लालिमा देने वाली Lipstick में कहां से आता है रंग, जानें पूरी प्रक्रिया
'PM बनने के मिल चुके हैं कई ऑफर, पर नहीं मंजूर', नितिन गडकरी ने ऐसा क्यों कहा?
चर्बी कम करने के लिए रोजाना पिएं इस मसाले का पानी, तेजी से घटेगा वजन, जानें कैसे करें इस्तेमाल
Devara Review: लोगों की उम्मीदों पर खरी उतर पाई Jr NTR की फिल्म? जानें क्या कहती है पब्लिक
Swiggy और Zomato से चाहिए सबसे Fast Delivery? अपनाएं ये आसान Trick
सावधान! Genz वर्क प्रेशर से हो रही डिप्रेशन का शिकार, जानें क्या है इसका सबसे बड़ा कारण
Israel-Hezbollah Attacks: अमेरिका की युद्धविराम अपील खारिज, इजरायल-हिज्बुल्लाह में बढ़ा तनाव
क्या बैठे रहने से होने लगता है रीढ़ में दर्द? बचने के लिए आहार में शामिल करें 5 Vitamins
Kohli तोड़ेंगे Sachin Tendulkar का विराट रिकॉर्ड, बस इतने रनों से दूर
Toll Tax: जानिए क्या है टोल टैक्स, भारत में ये कैसे होता है लागू, ये रही पूरी जानकारी
शराबबंदी या मजाक! बिहार में जाम पर जाम लगाते नजर आए थानाध्यक्ष, वीडियो Viral
रात को वॉशरूम जाना बच्चे को पड़ा भारी, स्कूल ने दी ऐसी भयानक सजा, काट लिए मार्क्स
अक्सर परेशान करती है एसिडिटी की समस्या, तो इन 5 घरेलू ड्रिंक्स से तुरंत मिलेगा आराम
अमेरिका में फिर से हिंदू मंदिर पर साधा गया निशाना, न्यूयॉर्क के बाद अब California में बर्बरता
Health Tips: इन 4 बीमारियों में बिल्कुल भी न खाएं दही, स्लो पॉइजन की तरह करता है काम
MP Crime News: 5 साल की मासूम से दरिंदगी, गला दबाकर हत्या, पुलिस ने आरोपी सहित मां-बहन को दबोचा
भारत
Qatar Terror Funding: भारत के पूर्व सैनिकों पर जासूसी का आरोप लगाकर मौत की सजा सुनाने वाला कतर यह सब पाकिस्तान और हमास जैसे आतंकी संगठनों की शह पर कर रहा है. कतर को अमेरिका समेत कई देश टेरर फंडिंग के लिए लताड़ चुके हैं.
TRENDING NOW
डीएनए हिंदी: आतंकवाद से कतर के रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं. भारत जैसे देश ही नहीं अरब देश भी कतर के इस रवैये से परेशान हैं. साल 2014 में सऊदी अरब और यूएई ने इस्लामिक आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाकर कतर से अपने राजदूत वापस बुला लिए थे. हालांकि, इसके बाद भी जब कतर का रवैया नहीं बदला तब साल 2017 में अरब देशों के एक समूह, जिसमें सऊदी अरब, यूएई, ओमान, मिस्र और बहरीन ने कतर से अपने सभी रिश्ते तोड़ लिए थे. यही नहीं इस समूह ने कतर की व्यापारिक घेराबंदी कर दी थी. पिछले कुछ वक्त में कतर और पाकिस्तान के रिश्ते मजबूत हुए हैं और इजरायल पर हमास के हमले के बाद भी कतर ने खुलकर हमास का साथ दिया है.
कतर का बायकॉट कर चुके हैं UAE, सऊदी और ओमान
कतर के एक छोर पर समंदर है और बाकी तीन ओर से सऊदी अरब, ओमान और यूएई से घिरा हुआ है. इन देशों ने कतर को जाने वाले अपने सभी रास्ते बंद कर दिए थे।यही नहीं कतर की एयरलाइंस को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल करने से भी रोक दिया था. इसके अलावा, इन देशों ने समुद्री सीमा में भी कतर की घेराबंदी कर दी थी. कतर के हालात ये हो गए थे कि उसे अपना सारा व्यापार ईरान के जरिए करना पड़ता था जो ज्यादा खर्चीला था.
यह भी पढ़ें: कतर में भारतीयों को मौत की सजा से इन 4 रास्तों से बचा सकती है सरकार
घेराबंदी खत्म करने के लिए रखी थी यें शर्तें
घेराबंदी खत्म करने के लिए सऊदी अरब, ओमान और यूएई ने कतर के आगे कुछ शर्तें रखी थीं.
- पहली शर्त ये थी कि कतर इस्लामिक आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करेगा.
- दूसरी शर्त थी कि कतर आतंकवादी संगठनों को आर्थिक मदद देना बंद करेगा.
- तीसरी शर्त थी कि कतर दुनियाभर के इस्लामिक आतंकवादी सरगनाओं को अपने यहां शरण नहीं देगा.
- चौथी शर्त ये थी कि कतर, अल-जजीरा न्यूज चैनल पर प्रतिबंध लगाएगा.
- पांचवी शर्त थी कि ईरान और तुर्किए के साथ अपने संबंध कम करेगा.
अमेरिका की कतर की दोहरी नीति से परेशान
हालांकि, इनमें ज्यादातर शर्तों को कतर ने नहीं माना लेकिन करीब 4 सालों तक इन अरब देशों ने कतर की घेराबंदी बनाए रखी थी. इस वजह से कतर का बहुत बड़ा नुकसान हर साल होता रहा. आखिरकार कतर ने कुछ शर्तों पर हामी भरी और अमेरिका के बीच बचाव के बाद अरब देशों ने कतर की घेराबंदी खत्म कर दी. अमेरिका के लिए कतर एक महत्वपूर्ण सामरिक साझीदार है. अरब देशों में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य ठिकाना कतर में ही है. आधिकारिक तौर पर अमेरिका ने कतर को अपना मुख्य नॉन नाटो पार्टनर बताया है. इसके बावजूद अमेरिका भी आतंकवाद के मामले में कतर की दोहरी नीति से परेशान है.
कतर को टेरर फंडिंग के लिए ट्रंप ने लगाई थी लताड़
वर्ष 2017 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा था कि कतर बहुत बड़े स्तर पर आतंकवाद की फंडिंग करता है. उन्होंने तब ये भी कहा था कि वक्त आ चुका है कि जब कतर की टेरर फंडिंग पर रोक लगानी पड़ेगी. भले ही कतर दावा करता हो कि वो आतंकवाद के खिलाफ है, लेकिन हमास से लेकर तालिबान, मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे आतंकवादी संगठनों के सरगनाओं को पनाह देता है. यही नहीं कतर वो देश है जो आतंकवादी संगठनों और विश्व के अन्य देशों के बीच डील करवाता है.
आतंकी संगठनों के साथ डील कराने में अहम भूमिका
अमेरिका और तालिबान के बीच जो डील हुई थी वह भी कतर की राजधानी दोहा में ही हुई थी. अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अमेरिका जंग में उतरा हुआ था, तब तालिबान के कई बड़े नेताओं को कतर ने ही शरण दी हुई थी. इसी तरह से फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बड़े नेता भी इस वक्त कतर में ही मौजूद हैं. हमास का चीफ इस्माइल हानिया भी साल 2012 से दोहा में ही आलीशान जिंदगी जी रहा है. 7 अक्टूबर यानी जिस दिन हमास ने इजरायल पर हमला किया था उस दिन भी इस्माइल हानिया कतर में मौजूद था. उसका एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें वो इस हमले के बाद खुशी का इजहार कर रहा था.
यह भी पढ़ें: भाजपा की स्टार प्रचारक भी नहीं रहीं उमा भारती? MP चुनाव की लिस्ट से पूर्व CM का नाम गायब
हमास को देता है बड़ी आर्थिक मदद
यही नहीं कतर हर महीने हमास को 30 मिलियन डॉलर यानी करीब 250 करोड़ रुपये देता है. इसके अलावा, 2017 में कतर ने सीरिया में मौजूद अलकायदा आतंकी संगठन को 1 बिलियन डॉलर यानी करीब साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये फिरौती के बहाने दे दिए थे. अल जजीरा के जरिए अपने पड़ोसी अरब देशों के आंतरिक मामलों में भी कतर दखल देता आया है. अरब स्प्रिंग आंदोलन के दौरान अल-जजीरा ने कई खाड़ी देशों में मौजूद सरकार के खिलाफ माहौल बनाया था. जब कतर के शाही परिवार के खिलाफ कोई प्रदर्शन होता था तब अल-जजीरा उसे नहीं दिखाता था. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन, कतर के अमीर अल थानी से मिले थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कतर से अल-जजीरा की आवाज कम करने के लिए कहा था. यानी अल-जजीरा को गाजा पट्टी पर हो रहे हमले को लेकर दिखाए जाने वाले भड़काऊ खबरों को रोकने के लिए कहा था. आपको याद होगा कि कतर वो देश है जिसने नुपुर शर्मा के मामले में सबसे पहले भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की थी. कतर ने नुपुर शर्मा पर ईशनिंदा का आरोप लगाते हुए भारत पर कार्रवाई करने का दबाव बनाया था. कतर वही देश है जिसने हिंदू देवी देवताओं को आपत्तिजनक तस्वीर बनाने वाले पेंटर एमएफ हुसैन को ना सिर्फ अपने यहां शरण दी थी बल्कि उन्होंने कतर की नागरिकता भी दे दी थी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.